- एक मई से होम क्वारंटीन का जिला प्रशासन ने दिया था निर्देश

- केस बढ़ते देख अब सभी प्रवासी मजदूरों को क्वारंटीन सेंटर भेजने का फैसला

GORAKHPUR: गोरखपुर में कोरोना के बढ़ते केसेज ने जिला प्रशासन की टेंशन भी बढ़ा दी है। उधर लगातार पहुंच रहे प्रवासी मजदूरों की संख्या देखते हुए क्वारंटीन के ही नियमों को बदलना शुरू कर दिया गया है। बाहर से आ रहे लोगों के संक्रमित निकलने के मामले देखते हुए प्रशासन ने कई जरूरी डिसीजन लिए हैं। अब दूसरे राज्यों से ट्रेन व बसों से आ रहे प्रवासी मजदूरों को सीधे क्वारंटीन सेंटर भेजा जाएगा। जहां सभी का पूल सैंपल लिया जाएगा। जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आएगी, उसे घर जाने के लिए छुट्टी दे दी जाएगी लेकिन होम क्वारंटीन रहना होगा।

सभी के होंगे पूल टेस्ट

डीएम के विजयेंद्र पांडियन ने सभी एसडीएम, तहसीलदार समेत पुलिस अधिकारियों को इस निर्देश को सख्ती से पालन कराने को कहा है। बता दें, लॉकडाउन के चलते विभन्न प्रांतों में फंसे कामगारों की वापसी के मामले में पहले यहां तय किया गया था कि उन्हें एक निश्चित स्थान पर पहले 14 दिन क्वारंटीन किया जाएगा। एक मई को शासन के निर्देश पर जितने भी लोग ट्रेन, बस या ट्रकों से अपने जिलों में लौटे, रेलवे स्टेशन या सहजनवां के कसरवल चेक पोस्ट पर ही उनकी थर्मल स्कैनिंग कर सीधे होम क्वारंटीन कर घर भेजा जाने लगा। अब तक जिले में जितने में कोरोना पॉजिटिव केसेज आए हैं, वह सभी मुंबई या दिल्ली से आए लोग हैं। इसे देखते हुए अब प्रशासन ने फिर से डिसीजन लिया है कि एक ही जगह से आने वालों को पहले क्वारंटीन सेंटर में रखकर मेडिकल टीम द्वारा उनका पूल सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा। रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाएगा। पॉजिटिव होने पर आईसोलेशन वार्ड भेजा जाएगा।