- नामांकन करने से रोकने का आरोप, सपा नेताओं ने किया प्रदर्शन

- चरगांवा में भिड़े दो पक्ष, पथराव के बाद पुलिस ने चलाई लाठियां

- खोराबार में हंगामा कर रहे सपाइयों को डंडा पटककर पुलिस ने खदेड़ा

- बेलघाट में कहासुनी, हाथापाई के बाद भाजपा नेताओं का थाने पर धरना

GORAKHPUR:

जिले में ब्लॉक प्रमुख इलेक्शन को लेकर गुरुवार को दिनभर गहमा-गहमी रही। पर्चा दाखिले को प्रत्याशियों और उनके समर्थकों के बीच कई बार विवाद हुआ। जबरन पर्चा फाड़ने से लेकर नामांकन कक्ष में एंट्री पर बैन का आरोप लगाकर लोगों ने हंगामा किया। खोराबार में बैरिकेडिंग तोड़ने के बाद आक्रोशित लोगों को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठियां भांजीं। देवरिया रोड पर प्रदर्शन कर रहे सपाइयों को पीटकर पुलिस ने खदेड़ दिया। चरगांवा में नामांकन से रोकने की बात को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर बवाल हुआ। मारपीट, तोड़फोड़ और पथराव के बाद पुलिस हरकत में आई। बेलघाट में हमले के विरोध में भाजपा से जुड़े लोगों ने थाना गेट पर धरना दिया। सहजनवां में भी हंगामा हुआ। दोपहर बाद तक ब्लॉकों पर डटे लोगों को भगाने के लिए पुलिस जमी रही। विरोधियों ने पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए।

धरने पर बैठे, लाठी पटककर खदेड़ा

खोराबार ब्लॉक से प्रमुख पद के लिए बीजेपी ने शिवप्रसाद जायसवाल को अपना प्रत्याशी घोषित किया था। जबकि सपा के निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख शैलेष यादव ने दावेदारी की। रानीडीहा चौराहे से खोराबार जाने वाले रास्ते पर बैरिकेडिंग करके पुलिस लगी थी। ब्लॉक मुख्यालय तक सारी दुकानें बंद थीं। चारों तरफ से ब्लॉक को घेर दिया गया था। सूबा बाजार बंद था। दोपहर करीब 12 बजे शैलेष यादव अपने समर्थकों संग पहुंचे। तो उनकेा जाने नहीं दिया गया। ब्लॉक गेट पर भी रोका गया। भीड़ नहीं जाने दी गई। अंदर गए तो करीब सवा तीन बजे गेट से बाहर निकलने दिया गया। शैलेष ने बताया कि उनको पर्चा नहीं भरने दिया गया। एक कमरे में लेकर जाकर बंद कर दिया गया। प्रस्तावक से पर्चा ले लिया गया था। इसके बाद ही सपाइयों ने देवरिया रोड पर धरना शुरू कर दिया। पूर्व विधायक विजय बहादुर सहित अन्य नेताओं से कहासुनी होने पर किसी ने पथराव शुरू कर दिया। तब पुलिस ने लाठी भांजकर लोगों को वहां से खदेड़ दिया। जितेंद्र सिंह, पूर्व मंत्री रामभुआल निषाद के भाई मनोज निषाद सहित कई लोगों के सिर फूट गए।

चरगांवा में भिड़े दोनों पक्ष

शाहपुर एरिया के चरगांवा ब्लॉक पर भी दिनभर हंगामा चला। रजहीं के पूर्व प्रधान रणविजय सिंह मुन्ना की पत्‍‌नी वंदना सिंह को भाजपा ने प्रमुख प्रत्याशी बनाया था। पूर्व ब्लॉक प्रमुख रामआसरे निषाद भी अपनी बहू को चुनाव लड़ा रहे थे। दोनों पक्षों के समर्थक पहले से जुट गए थे। पर्चा दाखिल करने को लेकर आपस में कहासुनी और मारपीट हो गई। एक पक्ष ने दूसरे का पर्चा भी फाड़कर उड़ा दिया। इसी बात को लेकर बवाल हुआ। इसलिए वंदना के विपक्ष में आईं उम्मीदवार का पर्चा नहीं भरा जा सका। मारपीट में घायल रामाश्रय निषाद ने ब्लॉक प्रमुख प्रत्याशी के समर्थकों पर कपड़े फाड़ने और पीटने का आरोप लगाया। उधर वंदना सिंह के पति रणविजय सिंह मुन्ना ने मारने पीटने, सोने की चेन लूटने, कपड़े फाड़ने और तीन लग्जरी गाड़ी पर पथराव कर क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाया। विपक्ष में किसी का पर्चा ना दाखिल होने से वंदना सिंह निर्विरोध निर्वाचित हुई।

बेलघाट थाने के सामने किया प्रदर्शन

बेलघाट ब्लॉक पर प्रमुख पद के लिए भाजपा प्रत्याशी पूजा सिंह के पति सूर्य प्रकाश सिंह कौशिक और उनके समर्थक जुटे हुए थे। तभी सपा समर्थित प्रत्याशी शकुंतला देवी के समर्थक भी आ गए। दोनों पक्षों के बीच कहासुनी होने पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर दिया। इस बीच कुछ लोगों ने पुलिस पर पत्थर भी फेंके। भाजपा समर्थित लोगों ने पुलिस पर पिटाई करने और सपा की मदद करने का आरोप लगाकर थाना गेट पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। लोगों ने कहा, सीओ और एसओ बेलघाट सपा के समर्थन में काम कर रहे हैं। बाद में महिला मोर्चा की क्षेत्रीय अध्यक्ष अस्मिता चंद ने क्षेत्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह से मोबाइल पर बात करके धरना खत्म कराया। उधर पिपराइच ब्लॉक पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए सपा नेता अमरेंद्र निषाद ने गुलरिहा थाना का घेराव किया। पूर्व विधायक राजमति निषाद सहित बड़ी संख्या में लोग थाना गेट पर जुटे रहे।

खोराबार में एसएसआई ने दर्ज कराया मुकदमा

सूबा बाजार में हुए बवाल, हंगामा और पथराव करने के आरोप में खोराबार के एसएसआई संजय सिंह ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख शैलेष यादव, उनके बड़े भाई दुर्गेश यादव, छितौना के प्रधान दिनेश कुमार सहित 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ मर्डर की कोशिश, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। एसएचओ राहुल सिंह ने बताया कि केस दर्ज करके कार्रवाई की जा रही है। उधर चरगांवा में हुए बवाल में किसी पक्ष ने कोई तहरीर नहीं दी थी। गुरुवार की शाम साढ़े सात बजे एसएचओ ने बताया कि कोई मुकदमा नहीं दर्ज किया गया है।