- सर्किट हाउस के एनेक्सी भवन में चिकित्साधिकारियों के साथ मीटिंग में नोडल अफसर ने दिए निर्देश

- दवा की कमी के लिए पहले ही मांग करने की हिदायत

होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को रोजाना दो बार जरूर फोन किया जाएं और उनके स्वास्थ्य की नियमित रूप से निगरानी भी की जाएं। स्वास्थ्य ठीक न होने पर तत्काल कोविड अस्पताल में शिफ्ट किया जाएं। यदि किसी मरीज को शिफ्ट कराने में कोई परेशानी आती है तो तत्काल इन्टीग्रेटेड कन्ट्रोल रूम को अवगत कराएं। यह निर्देश गोरखपुर के नोडल अधिकारी व अपर मुख्य सचिव चीनी उद्योग व गन्ना विकास और आबकारी विभाग संजय आर भूसरेड्डी ने सर्किट हाउस के एनेक्सी भवन सभागार में बैठक करते हुए दिए। उन्होंने निर्देशित किया कि कहीं भी दवा की कमी न होने पाए। जब 10 प्रतिशत दवा बची रहे, तभी अपने अपने चिकित्सालयों के लिए दवा आदि की मांग कर लें, जिससे दवा की उपलब्धता बनी रहे।

गंभीर बीमारी वाले लोगों को करें चिह्नित

उन्होंने कहा कि शासन व प्रशासन सहित आप सभी लोग लगातार मेहनत कर रहे हैं। इसलिए पूरी सतर्कता के साथ काम करें। सभी चिकित्सालयो में कोविड हेल्प डेस्क व फ्लू डेस्क बनाई जाए। उन्होंने घर-घर सर्वे पर बल देते हुए कहा कि लोगों को कोरोना से बचाव और जागरूक करने की जरूरत है। गंभीर बीमारी वाले लोगों की पहचान सुनिश्चित करने और उनका जांच कराने के लिए भी उन्होंने निर्देशित किया। एसीएमओ को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि सभी आशा व एएनएम को सेनेटाइजर उपलब्ध कराया जाएं, जिससे वह क्षेत्र में लोगो की जांच करने से पहले ही उनके अंगुलिया को साफ कर पल्स ऑक्सीमीटर का इस्तेमाल करें।

बैठक में डीएम के विजयेन्द्र पांडियन ने डॉक्टर्स की ओर से पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि प्रशासन कोरोना से बचाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। आप को जो भी मदद की जरूरत होगी, वह की जाएगी। लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है जिसमें सभी का सहयोग जरूरी है। मौके पर सीडीओ इन्द्रजीत सिंह, एडी हेल्थ जेएम त्रिपाठी, एसीएमओ डॉ। नन्द कुमार आदि थे।