GORAKHPUR:

स्कूल न जाने वाले प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक समेत शिक्षा मित्रों की अब क्लास लगनी शुरू हो गई है। मंगलवार को डीएम विजय किरण आनंद ने जिलेभर के कई स्कूलों में अचानक निरीक्षण कर हड़कंप मचा दिया। डीएम ने एसडीएम, खंड शिक्षा अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं विभिन्न जिलास्तरीय अधिकारियों समेत कुल 57 अधिकारियों से दो-दो प्राथमिक विद्यालयों एवं दो दो आगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण कराया। डीएम ने स्वयं भी बांसगाव विकास खंड के धनौडा प्राथमिक विद्यालय, पूर्व माध्यमिक विद्यालय और इंग्लिश मीडियम स्कूल कौड़ीराम प्रथम का निरीक्षण किया।

वेतने रोकते हुए मांगा स्पष्टीकरण

निरीक्षण के दौरान डीएम ने सभी अधिकारियों से स्कूलों में शौचालय, कक्षा में टाइल्स लगने, रंगाई पुताई, विद्युतीकरण खेल का मैदान, शिक्षकों की उपस्थिति सहित पुष्टाआहार वितरण आदि बिंदुओं पर जांच कराई। निरीक्षण के दौरान 24 प्रधानाध्यापक, 43 सहायक अध्यापक एवं 32 शिक्षामित्र- अनुदेशक अनुपस्थित मिले। डीएम ने सभी का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण लेने के साथ विभागीय कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया।

वर्जन

स्कूल खुल चुके हैं, आगांमी दिनों में प्राथमिक विद्यालय में बच्चे भी आना शुरू हो जाएंगे। सभी प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक व शिक्षामित्रों को स्कूल आना अनिवार्य है। आगे भी औचक निरीक्षण जारी रहेगा। अगर कोई भी अनुपस्थित पाया जाता है तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करते हुए वेतन रोक दिया जाएगा।

विजय किरण आनंद, डीएम

शिक्षक और बच्चों के बीच होना चाहिए अच्छे रिश्ते

डीएम के बांसगाव विकासखंड के धनौड़ा प्राथमिक विद्यालय, पूर्व माध्यमिक विद्यालय और राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय कौड़ीराम के निरीक्षण के दौरान बांसगांव विकास खंड के धनौड़ा प्राथमिक विद्यालय, पूर्व माध्यमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक सहित शिक्षक आदि उपस्थित मिले। डीएम द्वारा बेसिक शिक्षा से संबधित प्रश्न पूछने पर शिक्षकों के द्वारा संतोष जनक उत्तर नहीं मिले पर रोष व्यक्त करते हुए निर्देश समुचित प्रशिक्षण के साथ अपने दायित्यों के निर्वहन करने को कहा।

डीएम ने सभी को जारी किया नोटिस

आगनबाड़ी केंद्रों की जांच के दौरान पाया गया कि 18 आगनबांडी कार्यकत्री गांवों का भ्रमण कर पुष्टाहार का वितरण नहीं कर रही हैं। डीएम ने सभी को नोटिस जारी करते हुए चेतावनी दी कि अपने कार्य सही प्रकार से संपादित करें और अपने भ्रमण रजिस्टर को प्रमाणित भी कराया जाए तथा गांव में भ्रमण के दौरान ग्रामवसियों को कोविड से बचाव के लिए जागरूक करते हुए कोविड जांच कराने मे सहयोग भी किया जाए।