GORAKHPUR: आए दिन डॉक्टरों पर हो रहे हमले को लेकर शुक्रवार को डॉक्टरों ने अपनी-अपनी क्लीनिक में प्रोटेस्ट किया। इसका आयोजन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की जिला इकाई ने किया। डॉक्टरों पर हो रहे हमले के विरोध में सीतापुर आई हॉस्पिटल पर आईएमए के सदस्य काले कपड़े व काली पट्टियां बांध कर प्रदर्शन करते रहे। इस अवसर पर मीडिया प्रभारी डॉ। अमित मिश्रा ने बताया कि डॉक्टर अपने मरीज के इलाज के लिए पूरा प्रयास करता है। कई बार पूरे प्रयास के बाद भी वह मरीज को ठीक करने में असफल रहता है। इस दौरान मरीज की मृत्यु भी हो जाती है। ऐसी परिस्थितियों में मरीज के परिजनों द्वारा डॉक्टर के साथ मारपीट या उसके अस्पताल में तोड़फोड़ करना अनुचित है।

डाक्टर्स से मारपीट अच्छी स्थिति नहीं

आईएमए के अध्यक्ष डॉ। मंगलेश श्रीवास्तव तथा सचिव डा। वीएन अग्रवाल ने बताया कि डॉक्टरों से मारपीट की घटना, स्वस्थ समाज के लिए अच्छी स्थिति नहीं है। डॉक्टर अपने मरीज का इलाज करते वक्त होने वाली दुर्घटनाओं से सशंकित रहेगा। वह अपने मरीज को अपना सौ प्रतिशत नहीं दे पाएगा। कई बार ऑपरेशन के दौरान हार्ट अटैक होने की आशंका रहती है। इससे मरीज की तत्काल मृत्यु हो जाती है। वहीं टाइमनीयर हॉस्पिटल के डॉ। शशिकांत दीक्षित ने बताया कि मरीजों के इलाज में पूरी तरह से ईमानदारी बरतता है। कोरोना इसका सबसे च्वलंत उदाहरण है। इस अवसर पर वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ। आरएन सिंह, डॉ। एसी कौशिक, डॉ। अजय शुक्ला, डॉ। रत्‍‌नेश तिवारी, डॉ। आनंद अग्रवाल, डॉ। अश्रि्वनी अग्रवाल, डॉ। शांतनु अग्रवाल, डॉ। संजीव सिंह, डॉ। मनमोहन बरनवाल, डॉ। वाई सिंह, डॉ। एके चतुर्वेदी, डॉ। दीप्ति चतुर्वेदी, डॉ.जेपी जायसवाल, डॉ। इमरान अख्तर, डॉ। अजय श्रीवास्तव, डॉ। गोविंद भगत उपस्थित रहे।