- 29 फर्जी टीचर्स की रिकवरी फाइल राजस्व विभाग से आई वापस
- सभी फाइलों को ऑनलाइन विभाग की वेबसाइट पर करने को कहा गया लोड
- टीचर्स पर 13 करोड़ 92 लाख 60 हजार 655 रुपए की देनदारी
GORAKHPUR: फर्जी डॉक्युमेंट पर नौकरी करने वाले मास्टरजी ने सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया है। बेसिक शिक्षा विभाग ने गोरखपुर में अब तक 51 टीचर्स को बर्खास्त किया है। जिनमें 29 टीचर्स की रिकवरी फाइल भी तैयार कर ली गई है। इन लोगों ने कुल 13 करोड़ 92 लाख 60 हजार 655 रुपए की चपत गवर्नमेंट को लगाई है। अब इन टीचर्स से पैसे वसूलना प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर साबित होगा।
राजस्व विभाग ने वापस भेजा लेटर
करोड़ों रुपए की रिकवरी के लिए शिक्षा विभाग ने टीचर्स की डिटेल तैयार कर राजस्व विभाग को भेजी थी। जिसे राजस्व विभाग ने वापस बीएसए ऑफिस भेज दिया। अब राजस्व विभाग ने टीचर्स की डिटेल ऑनलाइन मांगी है जिसे भेजने में बीएसए ऑफिस के इम्प्लॉइज के पसीने छूट रहे हैं। इम्प्लॉइज अभी तक राजस्व विभाग का लिंक ही नहीं खोज पाए हैं। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि फर्जी टीचर्स से वसूली करने में अभी काफी समय लगेगा। कार्रवाई का दौर तो कई महीने पहले से चल रहा है लेकिन अभी तक एक भी टीचर से रिकवरी नहीं हो सकी है।
20 करोड़ रुपए से अधिक की चपत
अभी केवल 29 टीचर्स से रिकवरी के लिए ही फाइल तैयार हो सकी है। जबकि कुल 51 टीचर्स अब तक बर्खास्त किए जा चुके हैं। विभागीय कर्मचारियों की मानें तो सभी टीचर्स की रिकवरी की फाइल तैयार हो रही है। सभी बर्खास्त टीचर्स ने 20 करोड़ रुपए से अधिक की चपत विभाग को लगाई है।
पांच और टीचर्स की कुंडली तैयार
विभागीय कर्मचारियों ने बताया कि फर्जी डॉक्युमेंट की जांच बहुत तेज चल रही है। हाल फिलहाल पांच और टीचर्स की कुंडली तैयार हो चुकी है। किसी भी दिन इन टीचर्स पर कार्रवाई हो सकती है।
पिछली कार्रवाई
टीचर्स पर हो चुकी एफआईआर - 37
रिकवरी के लिए तैयार टीचर्स की सूची - 29
अब तक बर्खास्त हुए टीचर - 51
संदिग्ध मिलने पर सस्पेंड हुए टीचर - 30
इसके अलावा टीचर्स की चल रही जांच - 20
29 टीचर्स से वसूली करनी है - 13 करोड़ 92 लाख 60 हजार 655 रुपए
बड़े बकाएदार
टीचर रिकवरी
जय प्रकाश मिश्रा 77.1784 लाख
राम प्रसाद 74.17982 लाख
राकेश सिंह 72. 23022 लाख
प्राइमरी स्कूल - 1351
पूर्व माध्यमिक स्कूल - 849
टीचर्स की संख्या - 7900
बच्चों की संख्या - 1. 80000
वर्जन
फर्जी टीचर्स से रिकवरी के लिए राजस्व विभाग को सारी डिटेल ऑनलाइन भेजने का प्रॉसेस शुरू हो गया है। विभाग का पासवर्ड मिलते ही सारी डिटेल उसमें अपलोड कर दी जाएगी।
बीएन सिंह, बीएसए