-पब्लिक से मांगा था सुझाव, नहीं दूर हुई खामियां

-एडीजी के निर्देश पर फेर रहे पानी, पब्लिक की परेशानी

GORAKHPUR: शहर के भीतर ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए एडीजी के निर्देश पर पब्लिक की राय ली गई थी। तीन माह पूर्व चौराहों का निरीक्षण करके पुलिस अधिकारियों ने व्यवस्था चौकस करने की तैयारी की थी। लेकिन लॉकडाउन खुलते ही योजनाओं को पलीता लग गया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने की कवायद की जा रही है। लेकिन कहीं पर भी राहत नहीं नजर आ रही।

13 चौराहों के लिए तय हुई सभी की जिम्मेदारी

शहर में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए मार्च माह में एडीजी ने एक प्लान तैयार कराया। उन्होंने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों संग मिलकर कार्रवाई करने को कहा। शहर की पब्लिक के साथ बैठक कर सभी प्रमुख चौराहों पर जाम से निजात दिलाने के लिए सुझाव मांगे। सभी के सुझाव को नोटकर विभिन्न विभागों को भेजा गया। शहर के 13 चौराहों पर सभी प्रमुख विभागों की जिम्मेदारी तय करके समस्या दूर करने के लिए कहा गया। कोरोना संक्रमण में लॉकडाउन लगने पर पूरा मामला ठप पड़ गया।

इन चौराहों पर दूर होनी थी प्राब्लम

नौसढ़, मोहद्दीपुर, रुस्तमपुर, असुरन, कूड़ाघाट, गोलघर, धर्मशाला, बैंक रोड, खजांची, बक्शीपुर, रेती रोड, घोष कंपनी सहित अन्य चौराहे शामिल हुए थे। लॉकडाउन के दौरान जहां इन चौराहों पर कोई जाम नहीं लग रहा था। वहीं अनलॉक में यहां की प्रॉब्लम बढ़ने लगी है।

यह की गई थी तैयारी

- सभी चौराहों पर लेफ्ट लेन को पूरी तरह से खाली कराया जाएगा।

- शहर के सभी चौराहों पर जेब्रा क्रॉसिंग और स्टॉप लाइन बनाई जाए।

- प्राइवेट बसों के संचालन के लिए रामनगर कड़जहां में बसों को रोका जाए।

- रोडवेज की सभी बसों को बस अडडे के भीतर खड़ा कराया जाए।

- निर्धारित वेंडिंग जोन में सड़क के किनारे दुकानों को लगवाया जाए।

- बिजी चौराहों पर पार्किंग बनाकर उनके बारे में पब्लिक को जानकारी दी जाए।

- सड़कों को किनारे लगे खंभों को शिफ्ट किया जाएगा। लेकिन नहीं हटाया गया।

यह हैं हालात

-प्रमुख चौराहों पर लेफ्ट लेन खाली कराने के लिए ट्रैफिक पुलिस कर्मचारी प्रयास नहीं करते।

-लेफ्ट लेन खाली न होने से सभी लोगों को सिग्नल खुलने का इंतजार करना पड़ता है।

-चौराहों पर 50 मीटर के भीतर ही सभी टेंपो खड़े हो रहे हैं। सड़कों पर रेला लग रहा है।

-पार्किंग के बारे में लोगों को जानकारी नहीं है। जहां-तहां लोग व्हीकल खड़े करते हैं।

-रोडवेज की बसें बाहर खड़ी होती हैं। प्राइवेट बसों को यूनिवर्सिटी रोड पर लगाया जा रहा है।

-नो वेंडिंग जोन में भी दुकानें लग रही हैं। इससे भी जाम की प्रॉब्लम का सॉल्यूशन नहीं मिल पा रहा।

शहर में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के संबंध में बनी कार्ययोजना पर अमल करने का निर्देश दिया गया है। इसके बारे में जानकारी ली जाएगी। जो भी कमियां सामने आएंगी। उनको दूर करके पब्लिक को राहत दिलाई जाएगी।

-अखिल कुमार, एडीजी जोन