गोरखपुर (ब्यूरो)।इसलिए आप लोग जल्दी से 30 से 35 लाख रुपए का अरेंजमेंट करके मुझे भेजिए, तभी मनीष सुरक्षित इंडिया वापस जा पाएगा। गोरखपुर निवासी मनीष जो एक साल पहले दुबई कमाने गए थे, उनके घर वालों के मोबाइल नंबर पर इस समय ऐसी कॉल आ रही हैं। अब दुबई में फंसे मनीष को सुरक्षित घर वापस लाने के लिए परिजन दुबई दूतावास और भारतीय अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं।

दुबई की कंपनी में काम कर रहा था मनीष

उरूवा बाजार पोस्ट बरपारमाफी निवासी बृजेश राय के बेटे अम्ब्रीश राय ने बताया, मेरे बड़े भाई 35 वर्षीय मनीष राय फरवरी 2022 में दुबई गए थे। वहां एक साल से शाहिन अल सहारा बिल्डिंग मेंट एलएलसी कंपनी में बतौर लाइट टेक्नीशियन कार्य कर रहे थे। इसके लिए उन्होंने वीजा भी बनवाया था, जिसकी वैधता 13 फरवरी 2024 तक है।

चार दिन नहीं हुई मनीष से बात

अम्ब्रीश ने बताया कि एक साल तक डेली मनीष से परिवार वालों की बात होती थी। 16 मार्च 2023 से अचानक बात होना बंद हो गई। परिवार के लोग चार दिन तक परेशान थे। तभी मनीष की मां के नंबर पर 19 मार्च को दुबई से कॉल आई कि आपका बेटा घर पहुंच गया। तब मनीष की मां ने बताया कि मेरी तो उससे 16 मार्च से ही बात ही नहीं हुई है। इसके बाद उधर से कॉल डिस्कनेक्ट हो गई।

मनीष को बना लिया गया बंधक

अम्ब्रीश ने बताया कि 20 मार्च को मेरे नंबर पर कॉल आई। कॉल करने वाले ने बताया कि मनीष को सीआईडी ने उठा लिया है। उसके साथ पाकिस्तानियों ने फ्रॉड कर दिया है। कॉल करने वाले ने बताया कि मैंने 13000 दिरहम यानी 1 लाख 90 हजार रुपए देकर मनीष को छुड़ाया है। अब वो मेरे पास है। उसने भी ये बताया कि मनीष पर दुबई के दो बैंकों से लोन लेने का भी आरोप है। अम्ब्रीश ने बताया कि इस दौरान उसके बड़े भाई मनीष से भी बात कराई। मनीष कुछ ही बातें बोल पाए, इसके बाद दूसरा आदमी बात करने लगा।

पैसे भेजो तभी छूटेगा भाई

अम्ब्रीश ने बताया कि दुबई से कई बार कॉल आ चुकी है। कॉल करने वाला मनीष से भी थोड़ी बात कराता है फिर पैसे की बात करने लगता है। वो बार-बार यही कह रहा है कि मैं भी लगा हूं आप लोग भी पैसे का अरेंजमेंट करिए, ताकि मनीष अपने घर वापस जा पाए।

परिवार ने लगाई गुहार

अम्ब्रीश ने बताया कि घर पर मां- पिता, मनीष की पत्नी और दो छोटे बच्चे 11 साल की लड़की और 8 साल का लड़का परेशान हैं। अम्ब्रीश ने बताया कि उसने दुबई दूतावास में बात की तो वहां से मेल आईडी मिली। जिसपर पूरा डिटेल मैंने भेज दिया। इसके बाद आईजीआरएस पर भी कंप्लेन की है। इंडियन दूतावास से कॉल आई थी, उन्होंने भी मनीष के सारे डॉक्यूमेंट मेल पर लिए। अम्ब्रीश ने बताया कि शुक्रवार को डीएम से भी मुलाकात कर विदेश मंत्री के नाम प्रेषित लेटर सौंपा है। परिजन सोशल मीडिया पर भी अधिकारियों को टैग कर मनीष को देश वापस लाने के लिए गुहार लगा रहे हैं।