- घुमंतू लोगों को सुलभ शौचालय का फ्री पास देगा नगर निगम

- बिना शौचालय वाले घरों के सदस्यों को भी किया जाएगा शामिल

GORAKHPUR: गोरखपुर नगर निगम एरिया को ओडीएफ (ओपेन डेफीकेशन फ्री) करने के लिए अधिकारियों ने नई तरकीब निकाली है। अब दीवारों या नालियों को ही यूरिनल बना लेने वाले लोग यह बहाना नहीं बना पाएंगे कि उनके यहां शौचालय नहीं है या फिर सुलभ शौचालय में जाने के लिए पैसे नहीं हैं। ऐसे लोगों के लिए नगर निगम टोकन सिस्टम लागू करने जा रहा है। जिसके तहत उन्हें एक पास दिया जाएगा जिसे दिखाकर शहर के दायरे के किसी भी सुलभ शौचालय का मुफ्त इस्तेमाल किया जा सकेगा।

पहले चरण में घुमंतुओं को सुविधा

नगर निगम के स्वच्छ भारत मिशन परियोजना अधिकारी गौतम गुप्ता ने बताया कि पहले चरण में शहर के घुमंतू लोगों को यह पास जारी किया जाएगा। जिसकी मदद से वे शहर के किसी भी सुलभ शौचायल का मुफ्त में इस्तेमाल कर सकेंगे। नगर निगम अधिकारियों की मानें तो अगले महीने के पहले हफ्ते में ये पास देने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। गौतम गुप्ता ने बताया कि शहर के 16 वार्ड में अभी तक ऐसे 892 लोग चिन्हित हुए हैं जो घुमंतू हैं और खुले में शौच करते हैं। ऐसे ही लोगों को यह पास दे उन्हें बताया जाएगा कि वे शौचालय का ही उपयोग करें।

बिन शौचालय वाले घर भी होंगे शामिल

गौतम गुप्ता ने बताया कि आगे ये पास ऐसे लोगों को भी दिया जाएगा जिनके यहां शौचालय नहीं है और वे इसका निर्माण कराने में अक्षम हैं। ऐसे लोगों को परिवार में जितने भी सदस्य होंगे, उनकी गिनती कर पास दिए जाएंगे। इन परिवारों को एक एक्स्ट्रा पास भी दिया जाएगा। ताकि उनके यहां कोई रिश्तेदार आए तो वह उसका उपयोग कर सके। अगर यह पास खो जाए तो आसानी से 20 रुपए चार्ज देकर इसे दोबारा बनवाया जा सकेगा। यह पास आजीवन उपयोग के लिए जारी किया जाएगा। इस पास पर यूज करने वाले सदस्य की फोटो भी रहेगी।

होती रहेगी मॉनिटरिंग

गौतम गुप्ता ने बताया कि पास बांटने के बाद नगर निगम द्वारा इसकी मॉनिटरिंग भी की जाएगी कि वे लोग सुलभ शौचालय का उपयोग कर रहे हैं कि नहीं। इसके लिए उस एरिया के किसी एक व्यक्ति को गोपनीय रूप से इसके बारे में जानकारी देने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इसके बाद भी अगर किसी के खुले में शौच करने की सूचना मिली तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।

एरिया वाइज खोज रहे घुमंतू

इस योजना के तहत चिन्हित किए जा रहे घुमंतुओं में रेलवे स्टेशन पर ठेला लगाने वाले, धर्मशाला, बसंतपुर, महेवा और टीपी नगर एरिया के कबाड़ी, बशारतपुर, कूड़ाघाट, इंजीनियरिंग कॉलेज, जटेपुर, सूरजकुंड एरिया में किराए पर रहने वाले रिक्शा चालक शामिल हैं। वहीं, बिना शौचालय वाले लगभग सात हजार घरों को भी ये पास दिए जाने की योजना है।

वर्जन

नगर निगम द्वारा शहर को ओडीएफ घोषित करने के लिए यह योजना बनी है। इसमें ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है, जिनके यहां शौचालय नहीं है। ये लोग खुले में शौच न कर सुलभ शौचालय का इस्तेमाल करें इसकेलिए यह पास जारी किया जा रहा है।

- गौतम गुप्ता, परियोजना अधिकारी, स्वच्छ भारत मिशन, नगर निगम