- बाहर से आए श्रमिकों को लोन दिलवाने की तैयारी में निगम

- एप के जरिए होंगे रजिस्टर्ड, माइक्रो फायनेंस कंपनियां देंगी लोन

- निगम में रजिस्ट्रेशन जारी, करीब 17 हजार से ज्यादा हुए रजिस्टर्ड

GORAKHPUR: लॉकडाउन के दौरान लोगों को नौकरी के लिए खासी मशक्कत झेलनी पड़ी है। वहीं जो अपना कारोबार करते थे, उन्हें भी अपनी फैमिली का पेट भरने में मुसीबतें फेस करनी पड़ी हैं। लॉकडाउन के दौरान शहर से बाहर रहकर कमाने वाले भी बड़ी तादाद में वापस शहर लौटे हैं। लॉकडाउन के दौरान उनकी सेविंग्स भी खत्म हो गई हैं और अब नया रोजगार करने के लिए उनके पास कुछ नहीं बचा है। ऐसे तमाम लोगों को नगर निगम अब उनके पैरों पर खड़ा करने में मदद करेगा। बिना डॉक्युमेंट्स के उन्हें लोन दिलवाने की व्यवस्था होगी, तो वहीं लोन को वापस लौटाने की राह भी आसान होगी। इसके लिए निगम में रजिस्ट्रेशन चल रहा है। ऐसा कोई भी व्यक्ति जो लोन लेने का इच्छुक है वह निगम के ऑफिस पहुंचकर डीटेल्ड इंफॉर्मेशन हासिल कर सकता है।

10 हजार मिलेगा लोन

गोरखपुर या बाहर कहीं रहकर अपना छोटा-मोटा करोबार करने वालों के लिए निगम ने खास पहल की है। 24 मार्च 2020 से पहले किसी भी तरह का डेली वर्क कर पैसा कमाने वाले इसके लिए एलिजिबल होंगे। इसमें स्ट्रीट वेंडर्स का डाटा तो निगम ने सर्वे करके खुद पहले ही जुटा लिया है, वहीं अब जो छूट गए हैं और इसके लिए इंटरेस्टेड हैं, निगम उनकी जांच कर इसे वेरिफाई कर उनको लोन दिलाने में मदद करेगा। लोन की रकम फिलहाल 10 हजार रुपए तय की गई है। जिसे आसान किस्तों में चुकाने के लिए भी निगम ने कंपनियों से बातचीत की है, लेकिन यह रकम कितनी होगी, यह अभी फाइनल नहीं हुआ है।

1 जुलाई से शुरू होगी प्रॉसेस

लोन लेने के लिए इंटरेस्टेड कैंडिडेट्स एक जुलाई से इस नई स्कीम का फायदा उठा सकेंगे। इसके लिए गवर्नमेंट एक एप भी डेवलप कर रही है, जिसके जरिए सारी प्रॉसेस कंप्लीट की जाएगी। इसमें 12 माइक्रो फायनेंस कंपनियों को भी जोड़ा गया है, जो लोन प्रोवाइड कराएंगी। जो निगम के रजिस्टर्ड वेंडर्स हैं, वह अपना रजिस्ट्रेशन टोकन नंबर डालकर इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं, वहीं जो अभी रजिस्टर्ड मेंबर नहीं हैं, उन्हें नगर निगम की तरफ से प्रॉपर जांच के बाद लेटर ऑफ रिकमेंडेशन दिया जाएगा। इस संबंध में डीएम की अध्यक्षता में एक मीटिंग भी हो चुकी है, जिसमें इससे जुड़े मसलों पर डिस्कशन भी हुआ है।

हाईलाइट्स

- 10 हजार मिलेगा लोन

- 12 माइक्रो फायनेंस कंपनियों को किया गया है रजिस्टर्ड

- 7888 हैं निगम के रजिस्टर्ड वेंडर्स

- 10636 का हाल में ही एड किया गया है डाटा।

- 15900 लोगों का डाटा है तैयार

- 24 मार्च 2020 से पहले व्यवसाय करने वालों को ही सुविधा

वर्जन

नगर निगम रजिस्टर्ड स्ट्रीट वेंडर्स और ऐसे लोग जो छोटा-मोटा व्यापार कर रोजाना कमाते-खाते थे, उनको लोन दिलाने की व्यवस्था कर रहा है। इसके लिए एक एप डिजाइन की जा रही है, जो एक जुलाई को लॉन्च होगी। इसके जरिए बिना किसी डॉक्युमेंट्स के उन्हें लोन मिल सकेगा। जो रजिस्टर्ड नहीं हैं, उन्हें निगम से लेटर ऑफ रिकमेंडेशन लेना होगा।

- डीके सिन्हा, अपर नगर आयुक्त, जीएमसी