गोरखपुर (ब्यूरो)। Gorakhpur News: चिडिय़ाघर में शेर के बाड़े में एक वॉकिंग टै्रक बनाया जाएगा। शेर इस पर चलेंगे तो दर्शक उन्हें ईजली देख सकेंगे। चिडिय़ाघर में अक्सर दर्शक शेरों को देखने के लिए बाड़े के सामने पहुंच जाते हैं, लेकिन वे बाहर नहीं निकलते हैं। इसलिए लोग मायूस होकर वापस लौट जाते हैं। बरसात में मिट्टी गीली होने की वजह से शेर उसपर चलना पसंद नहीं करते। इसे देखते हुए चिडिय़ाघर प्रबंधन ने बाड़े में सामने की तरफ 100 मीटर का वॉकिंग टै्रक बनाने की योजना बनाई है। इसका कार्य अगले हफ्ते से शुरू होगा। यह एक इंटरलॉकिंग वॉकिंग ट्रैक होगा, जिस पर शेर आसानी से चल सकेंगे।

सूखे में रहना पसंद
पशु चिकित्सक डॉ। योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि शेर को चलने के लिए सूखी जमीन पसंद है। यहां पर बारिश के समय जमीन गीली हो जाती है, जिसकी वजह से यह बाड़े से बाहर नहीं निकलते। इससे दर्शक तो मायूस होते ही हैं, साथ ही इनके स्वास्थ्य के लिए भी ठीक नहीं है। चलने से शेर स्वस्थ रहेंगे।

गीली मिट्टी और गीली घांस पर शेर चलना पसंद नहीं करते हैैं। इसे देखते हुए शेर के बाड़े में वॉकिंग ट्रैक बनाने की योजना बनाई गई है। अगले हफ्ते से इसका कार्य शुरू किया जाएगा।
डॉ। योगेश प्रताप सिंह, पशु चिकित्सक, गोरखपुर चिडिय़ाघर