गोरखपुर (ब्यूरो)। आरोप है कि सभी ने एक युवक को छोडऩे के नाम पर 10 हजार रुपए वसूले और फिर बाइक देने के नाम पर 10 हजार रुपए की मांग की जा रही थी। पीडि़त के भाई ने मोबाइल फोन पर हुई बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया और इसे वायरल कर दिया। मामला एसएसपी के संज्ञान में आने पर उन्होंने जांच का आदेश दिया था। एएसपी की जांच रिपोर्ट पर सभी पुलिस वालों को निलंबित कर दिया गया। खबर है कि अफसर आरोपी पुलिस वालों पर केस दर्ज कराने पर भी विचार कर रहे हैं।

थाने से छोडऩे के बदले मांगे पैसे

जानकारी के मुताबिक, खोराबार के जंगल बेलवार निवासी जामवंत कुमार दो फरवरी को अपने एक मित्र के घर पर गया था। वहां पर रात में उसे गांव वालों ने चोर समझ लिया और पुलिस को सूचना दी। सिपाही विक्रांत आरोपी जामवंत कुमार को चौकी पर लाया और फिर सुबह गांव वालों ने आकर कार्रवाई न करने की सिफारिश करते हुए गलत सूचना की बात कही। इसके बाद पुलिस ने छोडऩे के लिए 10 हजार रुपए की मांग की।

पुलिस कर्मियों की होगी विभागीय जांच

आरोप है कि 10 हजार रुपए लेने के बाद जामवंत को छोड़ दिया गया, लेकिन उसकी बाइक व मोबाइल फोन को पुलिस ने नहीं लौटाया। जामवंत के भाई भीम ने पुलिस से मोबाइल व बाइक के लिए संपर्क किया तो फिर से पुलिस की ओर से 10 हजार रुपए की मांग कर दी गई। इसके बाद भीम ने जिन भी पुलिस वालों से बातचीत की, सबके फोन को रिकॉर्ड कर उसे वायरल कर दिया। एसएसपी ने इस मामले में एएसपी को पूरे प्रकरण की जांच सौंपी थी। जांच रिपोर्ट आधार पर सभी दोषी पुलिस वालों को निलंबित करते हुए विभागीय जांच का आदेश दे दिया गया है।

चौकी इंचार्ज और वहां पर तैनात तीन सिपाहियों को जांच के बाद निलंबित कर दिया गया है। विभागीय जांच का आदेश दिया गया है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

- कृष्ण कुमार बिश्नोई, एसपी सिटी