गोरखपुर (ब्यूरो)।गोरखनाथ रोड पर एक और रेल ओवरब्रिज बनाने के लिए ब्रिज कॉरपोरेशन की तरफ से प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया था। जिसमें मुआवजा लेकर कुल लागत एक अरब पंद्रह करोड़ 76 लाख छियासी हजार रुपए का अप्रूवल गवर्नमेंट ने किया है। कुल बजट में मुख्य रेलवे ओवरब्रिज की लागत 1201.51 लाख रुपए है। वहीं, भवनों के मुआवजे के लिए 1909.46 लाख रुपए तय हैं। जबकि भूमि अधिग्रहण की लागत 3427.67 लाख व रेलवे भूमि-भवन व अन्य की लागत के लिए 1467.07 लाख और पहुंच मार्ग आदि की लागत 3571.15 लाख शामिल है।

सीएम ने समीक्षा बैठक में दिया था निर्देश

बता दें, बीते दिनों विकास कार्र्यों की समीक्षा बैठक के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ-गोरखपुर रेल मार्ग के डोमिनगढ़ व गोरखपुर जंक्शन के बीच क्रासिंग पर निर्मित रेल ओवरब्रिज के पास एक और ओवरब्रिज बनाने का निर्देश दिया था। उसके बाद से ही सेतु निगम ने तैयारियां शुरू कर दी थीं। सीएम के निर्देश के बाद उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम लिमिटेड की गोरखपुर इकाई ने इस रेल ओवरब्रिज के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाकर शासन को भेजी थी। ब्रिज कॉरपोरेशन के चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर अशोक सिंह ने बताया, रेल ओवरब्रिज की लंबाई 600 मीटर व चौड़ाई 8.5 मीटर होगी।

फ्लाई ओवर बनने से मिलेगी सहूलियत

इस वक्त गोरखनाथ रोड पर बने दो लेन के पुल के ओवरऐज होने के कारण पुल पर लोड ज्यादा है। ऐेसे में ब्रिज कॉरपोरेशन ने डीपीआर तैयार की थी। वहीं, मोहद्दीपुर से जंगल कौडिय़ा तक का मार्ग चार लेन हो जाने से यातायात बेहतर हो चुका है, लेकिन बीच में पडऩे वाले पुल पर जाम की स्थिति बन जाती है। इस सड़क के चार लेन बनाए जाने के प्रस्ताव के साथ ही यह तय माना जा रहा था कि एक और दो लेन का पुल बनाया जाएगा।

तोड़े जाएंगे कई निर्माण

नया पुल बनाने के लिए कई निर्माण तोडऩे पड़ेंगे। लोगों को इसका मुआवजा भी दिया जाएगा। शासन से स्वीकृति मिल चुकी हैैं, अब रेल ओवरब्रिज बनाने की प्रक्रिया शुरू होने से पहले मुआवजा देने की प्रक्रिया प्रांरभ कर दी जाएगी।