गोरखपुर (ब्यूरो)। इसके साथ ही वन स्टेशन वन प्रोडक्ट के तहत स्टेशन पर यात्रियों को सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी। गोरक्षनगरी को अयोध्या धाम से जोडऩे के लिए आस्था एक्सप्रेस भी गोरखपुर से चलाई जाएगी। यह सबकुछ संभव हो सकेगा। फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण के बजट पेश करने के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव प्रोजेक्टर के माध्यम से एनई रेलवे हेड क्वार्टर में जीएम सौम्या माथुर की प्रेजेंस में पीसी कर रहे थे। पीसी में इलेक्ट्रिफिकेशन, स्लीपर कोचेज को वंदे भारत की तरह किए जाने से लेकर उपलब्धियों को गिनाया। लेकिन रेल यात्रियों को किराये में छूट, दिल्ली के लिए नई ट्रेन या बेहतर सुविधा के साथ-साथ ट्रेनों के स्पीड में सुधार जैसी कोई घोषणाओं की उम्मीद थी। हालांकि, एनई रेलवे की झोली में कितने करोड़ बजट मिलने की उम्मीद है। वह आने वाले एक से दो दिन के पिंक बुक से पता लग सकेगा। उम्मीद जताई जा रही है कि गोरखपुर जंक्शन समेत आसपास जिले के रेलवे स्टेशन का री-डेवलपमेंट, सहजनवां से दोहरीघाट तक नई रेल लाइन समेत अन्य पेंडिंग काम के पूरा कराने के लिए बजट मिलने की उम्मीद है। वहीं, यूपी के लिए 19 हजार 575 करोड़ के बजट की घोषणा की गई है।

पीएम मुद्रा योजना के अंतर्गत, युवाओं की उद्यमिता से जुड़ी आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए 22.5 लाख करोड़ के कुल 43 करोड़ लोन मंजूर करना सराहनीय है। युवाओं को 50 साल तक इंटरेस्ट फ्र लोन देने के लिए 1 लाख करोड़ का कोष स्थापित करने की योजना एक अच्छी पहल साबित होगी। इससे निजी क्षेत्र को अनुसंधान बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।

शिव प्रसाद शुक्ला, अध्यक्ष, यूथ पॉवर एसोसिएशन

कर्मचारियों को इस अंतरिम बजट से इंकम टैक्स स्लैब में छूट की भारत सरकार से राहत की आशा थी, सरकार ने कोविड काल में कर्मचारियों को पुष्प वर्षा की और कोरोना वॉरियर तक माना, लेकिन शायद अब कर्मचारियों की याद सी नहीं रही। जिससे कर्मचारियों में घोर निराशा है।

अखिलेश पांडेय

केंद्रीय अध्यक्ष, एनई रेलवे मेंस कांग्रेस

सरकार का अंतरिम बजट कर्मचारियों पेंशनरों को निराश करने वाला है। हमें उम्मीद थी कि पुरानी पेंशन बहाली तथा आयकर में छूट और कोविड काल के फ्रि ज डीए पर सरकार ऐलान करेगी, लेकिन इस बजट में कर्मचारियों का बिल्कुल ख्याल नहीं रखा गया।

रूपेश कुमार श्रीवास्तव, अध्यक्ष

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद