गोरखपुर (ब्यूरो)। 9वीं-10वीं में दो भारतीय लैंग्वेज के साथ साथ एक फॉरेन लैंग्वेज भी बच्चे पढ़ेंगे। क्लास नौवीं-10वीं में तीन लैंग्वेज सब्जेक्ट मिलाकर 10 सब्जेक्ट अब बच्चों को पढऩे होंगे। अभी पांच मेन सब्जेक्ट और एक वोकेशनल होता है।

सीबीएसई ने घंटे भी तय किए

हर सब्जेक्ट की पढ़ाई का घंटा भी तय कर दिया गया है। इसके तहत स्कूलों को तैयारी के निर्देश दिए गए हैं। लैंग्वेज, इन्वायरमेंट एजुकेशन पर 120 और साइंस, सोशल साइंस की 150 घंटे की पढ़ाई होगी। हर सब्जेक्ट में कम से कम 50 घंटे का प्रोजेक्ट वर्क भी अनिवार्य किया गया है।

आर्ट और फिजिकल एजुकेशन की 60 घंटे की पढ़ाई

अब आर्ट और फिजिकल एजुकेशन को भी अनिवार्य किया गया है। इसमें आर्ट, फिजिकल और वेल बीईंग के लिए 60 घंटे दिए गए हैं। नौवीं-10वीं में 10 सब्जेक्ट में पास करना होगा। लैंग्वेज एक में कोई भी फॉरेन लैंग्वेज रख सकते हैं, जिसमें अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन और स्पेनिश को शामिल किया गया है। वहीं, लैंग्वेज 2-3 में दो इंडियन लैंग्वेज में हिंदी, संस्कृत, पंजाबी और बंगाली को रखा गया है। कोर सब्जेक्ट में अब भी तीन सब्जेक्ट होंगे, जिसमें मैथ, साइंस और सोशल साइंस है। वहीं, स्किल सब्जेक्ट्स में कंम्प्यूटर, फिजिकल एजुकेशन, आर्ट एजुकेशन और इन्वायरमेंट एजुकेशन है।

11वीं में सभी सब्जेक्ट करने होंग पास

11वीं में दो लैंग्वेज सब्जेक्ट और चार अन्य सब्जेक्ट होंगे। इन छह सब्जेक्ट में पास करना होगा। सभी के लिए अगला अब नंबर्स के साथ ही क्रेडिट सिस्टम भी रहेगा। किस सब्जेक्ट लेख कितना क्रेडिट है, इसे लेकर स्कूलों को गाइडलाइन दी गई है।

इसी सेशन से होगा लागू

बोर्ड के सेकेंडरी स्कूल करिकुलम के अनुसार, क्लास नौवीं में विषय को मैथ, साइंस, सोशल साइंस जैसे कोर सब्जेक्ट और दो लैंग्वेज के अलावा तीसरा लैंग्वेज या स्किल आधारित इलेक्टिव सब्जेक्ट चुनना होगा। ऐसे में नौवीं में स्टूडेंट्स के पास कुल छह सब्जेक्ट होंगे। ये नियम 2024-25 सेशन से ही लागू होगा।

स्किल सब्जेक्ट से बदले जा सकेंगे कोर सब्जेक्ट के नंबर्स

सीबीएसई के मुताबिक, अगर कोई स्टूडेंट क्लास 10वीं में साइंस, मैथ या सोशल साइंस में से किसी एक सब्जेक्ट में फेल हो जाता है और इलेक्टिव सब्जेक्ट में पास होता है, तो उस कोर सब्जेक्ट को स्किल या इलेक्टिव से बदलकर क्लास 10वीं की मार्कशीट तैयार की जाएगी। दोनों सब्जेक्ट के नंबर बदलकर नहीं लगाए जाएंगे, बल्कि साइंटिफिक तरीके से बदले जाएंगे।

सीबीएसई कई तरह के बदलाव कर रही है। इसके अंतर्गत अब नौवीं 10वीं में दो इंडियन लैंग्वेज के साथ एक फॉरेन लैंग्वेज पडऩा पड़ेगा।

अजय शाही, चेयरमैन, आरपीएम ग्रुप

सीबीएसई न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत कई बदलाव कर रही है। इस सेशन से लैंग्वेज को लेकर भी बदलाव किए जा रहे हैं।

राजीव गुप्ता, डॉयरेक्टर, स्टेपिंग स्टोन स्कूल

सीबीएसई न्यू एजुकेशन पॉलिसी 2020 को तेजी से लागू कर रही है। ये पॉलिसी स्टूडेंट्स के लिए बेहतर है। सभी नियम स्टूडेंट्स के हित में है।

उषा बरतिया, प्रिंसिपल, द पिलर्स स्कूल

सीबीएसई ने सेलेबस में कई चेंज किए हैं। इस सेशन से सीबीएसई में कई बदलाव किए गए हैं। इसमें लैंग्वेज भी शामिल हैं।

सलील के श्रीवास्तव, प्रिंसिपल, जेपी एजुकेशन स्कूल