गोरखपुर (ब्यूरो)। बोर्ड ने शुगर बीमारी से ग्रसित 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट की समस्याओं को देखते हुए यह फैसला लिया है। एग्जाम से पहले बोर्ड ने यह आवश्यक सर्कुलर सभी स्कूलों, जहां सेंटर बनाया गया है, वहां भेज दिया है, ताकि एग्जाम के दिन स्टूडेंट को कोई परेशानी ना आए।

एलओसी में दी जानकारी तो मिलेगी सुविधा

बोर्ड ने यह भी क्लियर कर दिया है कि जिन स्टूडेंट का लिस्ट ऑफ कैंडिडेट (एलओसी) में स्कूल द्वारा टाइप-1 शुगर का जिक्र किया गया होगा, यानी यह डिटेल भरी गई होगी। उन्हीं स्टूडेंट को यह सुविधा बोर्ड एग्जाम के दौरान प्रदान की जाएगी।

पारदर्शी थैले या बॉक्स में ही लाने होंगे यह सामान

1. चीनी की गोलियां/चॉकलेट/कैंडी

2. केला/सेब/संतरा जैसे फल

3. सैंडविच जैसे स्नैक्स आइटम और डॉक्टर के नुस्खे के अनुसार कोई भी उच्च प्रोटीन आहार दवाओं की आवश्यकता होती है।

5. पानी की बोतल (500 मि.ली.)

6. ग्लूकोमीटर और ग्लूकोज परीक्षण स्ट्रिप्स

7. सतत ग्लूकोज मॉनिटरिंग (सीजीएम) मशीन, फ्लैश ग्लूकोज मॉनिटरिंग (एफजीएम) मशीन और/या इंसुलिन पंप

एलओसी में अपलोड करने होंगे यह डॉक्यूमेंट तो मिलेगी सुविधा

- एग्जाम के दौरान सीजीएम/एफजीएम/इंसुलिन पंप के लिए डॉक्टर्स, एक्सपर्ट की सिफारिशें

- माता-पिता का वचन कि स्टूडेंट को सीजीएम/एफजीएम/इंसुलिन पंप प्रदान किया जाता है और यह किसी भी तरह से संचार उपकरण नहीं है, जो एग्जाम की सुरक्षा में बाधा डाल सकता है

- इन सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए, स्कूल/छात्र/पैरेंट्स को सीबीएसई द्वारा जारी प्रोग्राम के अनुसार आवेदन करना होगा। प्रोग्राम समाप्त होने के बाद किसी भी अनुरोध पर विचार नहीं किया जाएगा

- स्कूल/स्टूडेंट/पैरेंट्स एग्जाम शुरू होने से कम से कम एक दिन पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंचेंगे और केंद्र अधीक्षक को छात्रों द्वारा ले जाने वाले सामान के बारे में सूचित करेंगे

- एग्जाम वाले दिन भी स्टूडेंट परीक्षा शुरू होने से 45 मिनट पहले स्कूल पहुंचेंगे

- सभी आवेदन निर्धारित डॉक्यूमेंट के साथ स्कूल के जरिए भेजे जाएंगे, स्टूडेंट सीधे अनुरोध नहीं कर सकते हैं

- बॉडी से जुड़े उपकरणों को छोड़कर बाकी सामान पारदर्शी थैले में सहायक अधीक्षक के पास रख दिए जाएंगे, जरूरत पडऩे पर स्टूडेंट इसे ले सकते हैं

15 फरवरी से शुरू हो रहे एग्जाम

ये बता दें कि 10वीं के बोर्ड एग्जाम 15 फरवरी से शुरू होकर 13 मार्च तक चलेंगे। जबकि 12वीं का बोर्ड एग्जाम 15 फरवरी को शुरू होकर 2 अप्रैल को समाप्त होगा।

एक्सपर्ट की राय के बाद सीबीएसई ने यह जरूरी निर्णय लिया है। यह बहुत ही स्वागत योग्य निर्णय है, शुगर पेशेंट को ध्यान में रखकर बोर्ड ने आवश्यक सुविधाएं प्रदान की है।

अजय शाही, अध्यक्ष, स्कूल एसोसिएशन गोरखपुर

एग्जाम के समय बोर्ड हर बार यह निर्णय लेता है। अभी तक हम लोग भी इस इंतजार में थे। अब बोर्ड ने नियमावाली के साथ सर्कुलर भेज दिया है। जिसका सभी स्कूल पालन करेंगे।

राजीव गुप्ता, डायरेक्टर, स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज