गोरखपुर (ब्यूरो).शहर में लगे ज्यादातर दुर्गा पंडालों में सुरक्षा के मानक पूरे होते नजर नहीं आ रहे हैं। जबकि पिछले दिनों प्रशासन ने पूजा समिति के पदाधिकारियों के साथ बैठकर इस बात का निर्देश दिया था कि दुर्गा पंडाल में सीसीटीवी कैमरा, अग्निशमन यंत्र, पुरुष व महिला के लिए बैरिकेडिंग आदि की पूरी व्यवस्था की जाए। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम ने सोमवार को शहर के दुर्गा पंडालों का रियल्टी चेक किया तो सुरक्षा को लेकर कई समितियां सावधान दिखीं तो कई जगहों पर सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार की कोई तैयारी नजर नहीं आई।

श्रीश्री दुर्गा समिति पुराना गोरखपुर

श्रीश्री दुर्गा समिति पुराना गोरखपुर में लगे पंडाल में अगल-बगल बांस से बैरिकेडिंग की गई थी, लेकिन पंडाल के अंदर न तो सीसीटीवी कैमरे दिखे और न ही सुरक्षा के अन्य इंतजाम नजर आए। पूछे जाने पर पूजा समिति के एक व्यक्ति ने बताया कि बगल में हैंडपंप लगा है। आग लगने की दशा में इसी के माध्यम से काबू पाया जा सकता है।

विद्यार्थी समिति गोरखनाथ रोड

विद्यार्थी समिति गोरखनाथ रोड के पंडाल में सीसीटीवी कैमरों का कोई इंतजाम नहीं था। सुरक्षा के सवाल पर पूजा समिति के लोग साफ जवाब नहीं दे सके। एक ने बताया कि पंडाल के पीछे एक मकान का निर्माण चल रहा है। बगल में बालू भी रखी है। अगर आग लगती है तो बालू से ही आग पर काबू पाया जा सकता है।

दुर्गा पूजा समिति धर्मशाला बाजार

दुर्गा पूजा समिति धर्मशाला बाजार के पंडाल में श्रद्धालुओं के लिए बांस-बल्ली से बैरिकेटिंग की गई है। पंडाल के अंदर सीसीटीवी कैमरे लगे मिले। आग पर नियंत्रण करने के लिए अग्निशमन यंत्र, बालू की बोरी, पानी आदि के पुख्ता इंतजाम नजर आया।

दुर्गाबाड़ी समिति दुर्गाबाड़ी

दुर्गाबाड़ी समिति दुर्गाबाड़ी के पंडाल के आसपास बालू की बोरी, पानी और अग्निशमन यंत्र दिखाई दिया। इसके अलावा पूरे पंडाल में सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे।

पंडाल में ऐसे रोकें आगजनी

- पंडाल की अग्नि सुरक्षा के लिए 0.75 लीटर पानी प्रति वर्ग मीटर स्थान के लिए ड्रम या बाल्टियों में रखें।

- अग्निशमन के लिए पानी की आधी मात्रा पंडाल के अंदर और आधी मात्रा पंडाल के बाहर रखें।

- आग से सुरक्षा के लिए निर्धारित संख्या में फायर एक्सटिंग्यूशर रखें।

- पंडाल में प्रयोग आने वाले कपड़ों को अग्निनिरोधक घोल से उपचारित करें।

ऐसा बिल्कुल ना करें

- पंडाल के निर्माण में सिंथेटिक एवं ज्वलनशील सामग्री का प्रयोग न करें।

- पंडाल से बाहर निकलने के रास्ते को बाधित न करें।

- बिजली के जोड़ों एवं बिजली के तारों को किसी भी दशा में खुला न छोड़ें।

- पंडाल से सटाकर हैलोजन लाइट न लगाएं।

- बिजली की वायरिंग पंडाल से सटाकर न करें।

- आतिशबाजी का प्रयोग पंडाल के निकट अथवा उसके अंदर न करें।

- पंडाल के अंदर तथा निकट धूम्रपान न करें।

आगजनी की यहां दें सूचना

अग्निशमन केंद्र के कंट्रोल रूम नंबर-9454418790, 0551-2333333 व 101, 112 पर कॉल करें।