गोरखपुर (ब्यूरो)। सुबह 5 बजे भोर में हरिशंकर तिवारी के आवास पर पहुंची टीम

बड़े बेटे भीष्म शंकर तिवारी से ईडी टीम ने की घंटो पूछताछ

बड़े बेटे भीष्म शंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी से ईडी टीम ने घंटों पूछताछ की। इसके अलावा टीम ने परिवार और हाता में मौजूद अन्य लोगों से पूछताछ की और पूरे घर का चप्पा-चप्पा खंगाला। सूत्रों की माने तो छापेमारी के बाद ईडी टीम तिवारी हाता से कुछ दस्तावेज कब्जे में लेकर अपने साथ ले गई।

हाते के बाहर जुट गए समर्थक

भारी फोर्स और अर्धसैनिक बल लेकर 6 गाडिय़ों से पहुंची ईडी टीम में महिला अफसर भी शामिल रहीं। जो कि तिवारी परिवार की महिलाओं से भी पूछताछ कीं। वहीं, इस छापेमारी के दौरान तिवारी हाते के बाहर समर्थकों की भारी भीड़ गई। उन्होंने विरोध प्रदर्शन भी किया। पूरे दिन शहर में छापेमारी की चर्चा चलती रही।

चुनाव नजदीक आया रेड कराने लगी सरकार

ईडी की छापेमारी खत्म होने के बाद पंडित हरिशंकर तिवारी के बेटे भीष्म शंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी ने कहा कि चुनाव नजदीक आ गया है। विपक्ष के लोगों पर दबाव बनाने के लिए अब इस तरह की छापामारी शुरू हो गई है। जो मामला कोर्ट में लंबित है। कोर्ट में लगातार डेट पड़ रही है और सुनवाई हो रही है। उस मामले में कोई भी संस्था कैसे छापा मार सकती है। करीब 13 घंटे के दौरान ईडी को कुछ नहीं यहां मिला।

सपा ने राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

वहीं, समाजवादी पार्टी ने भी ईडी की इस रेड का विरोध जताया है। सपा का एक प्रतिनिधिमंडल जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम के नेतृत्व में डीएम से मिला। जहां सपाईयों ने इस छापामारी के विरोध में राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन भी डीएम को सौंपा। ज्ञापन में समाजवादी पार्टी ने कहा है, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव विनय शंकर तिवारी (पूर्व विधायक) पूर्वांचल में अपने समाज में मजबूत पकड़ रखने वाले नेता हैं। भाजपा सरकार अपने राजनैतिक विरोधियों को किसी भी तरह से परेशान करने और दबाव बनाने पर अमादा है, जो न्यायोचित नहीं है।

पहले भी पड़ा था छापा

आपको बता दें कि सूत्रों के अनुसार विनय शंकर तिवारी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत बड़ी कार्रवाई चल रही है। तीन महीने पहले भी ईडी ने बाहुबली स्व। पंडित हरिशंकर तिवारी के बेटे और चिल्लुपार विधानसभा से बसपा के पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी की करीब 73 करोड़ की संपत्तियां जब्त की थी। यह कार्रवाई विनय शंकर के साथ ही और उनके परिवार से जुड़ी कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइजेज लिमिटेड पर हुई है। ईडी की यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत काफी दिनों से चल रही है।