गोरखपुर (ब्यूरो)।इसमें स्टाफ की तैनाती कर बिल बनाने का काम किया जाएगा। कंट्रोल रूम बनने से कंज्यूमर्स की प्रॉब्लम तो दूर होगी ही बिजली निगम को राजस्व और बिलिंग एजेंसी को ज्यादा से ज्यादा बिल बनाने में आसानी होगी।

अफसर जता रहे नाराजगी

बिजली निगम लगातार बिल बनाने की व्यवस्था की पड़ताल कर रहा है। डेली सुबह अफसरों की वीडियो कांफ्रेंसिंग में बिल पर चर्चा होती है। कम बिल और बिना मीटर रीडिंग बिल बनाने को लेकर रोजाना अफसर नाराजगी जताते हैं। गोरखपुर मंडल में बिल बनाने की गति धीमी होने के कारण स्क्वैश कंपनी के अफसरों को बुलाया गया है। अफसर जिलों में पहुंचकर प्रॉब्लम दूर कर रहे हैं। स्क्वैश कंपनी के अफसरों का कहना है कि मीटर रीडिंग को लेकर लगातार सख्ती बरती जा रही है। इसका परिणाम यह है कि कुछ मीटर रीडर और अन्य कर्मचारी नौकरी छोड़ चुके हैं। अच्छा काम करने वालों को ही रखा जा रहा है।

कॉल सेंटर के लिए जगह की तलाश

स्क्वैश कंपनी के अफसर कॉल सेंटर खोलने के लिए जगह की तलाश की जा रही है। जगह मिलने के बाद कॉल सेंटर खोले जाएंगे। कॉल सेंटर में स्टाफ की भी तैनाती की जाएगी, ताकि कॉल सेंटर पर कंज्यूमर बिजली से जुड़ी छोटी-बड़ी प्रॉब्लम को दूर करने के लिए इन कॉल सेंटर पर शिकायत दर्ज करा सके।

ये रहती है कंज्यूमर्स की शिकायत

-अधिक बिजली बिल आना

-समय पर बिजली का बिल कंज्यूमर्स को नहीं मिलना

-बिलिंग एजेंसी के कर्मचारियों का समय से मीटर रीडिंग नहीं लेना-

कंज्यूमर्स को परेशान होने से बचाने के लिए कॉल सेंटर की स्थापना जल्द की जाएगी। इसके लिए जगह देखी जा रही है। जल्द की कॉल सेंटर खोले जाएंगे।

- आशु कालिया, चीफ इंजीनियर गोरखपुर जोन