गोरखपुर (ब्यूरो)। वह जब रामगढ़ताल स्थित खरीदी गई जमीन पर निर्माण कराने पहुंचीं, तब भूमि की ओनर इंद्रावती ने विरोध कर दिया। पुलिस आई और जांच हुई तो पता चला कि जमीन खरीद फरोख्त करने वाले दलालों ने इंद्रावती की जगह फर्जी ओनर खड़ा कर अध्यावती के नाम से जमीन रजिस्ट्री कराई फिर खारिज दाखिल भी कराया। इसके बाद मुकदमा दर्ज हुआ आरोपित भी पकड़े गए, लेकिन अध्यावती का पैसा फंस गया और उनका घर बनवाने का सपना अधूरा रह गया। इसलिए कहीं भी जमीन या मकान लेने से पहले अच्छे से ठोक बजा लें फिर रजिस्ट्री कराएं।

धोखे से बेच दिया चाची का मकान

चौरीचौरा में भतीजे ने धोखे से अपनी चाची का मकान बेच दिया। गौरा बुजुर्ग की रामसती देवी के पति की मौत हो चुकी है। स्वर्गीय पति के नाम से भोपा बाजार में मकान था। पति की मौत के बाद भतीजे रविन्द्र कुमार यादव ने फर्जी तरीके से पुत्र बनकर वसीयत करा ली। मकान के कागजात तैयार कर सितंबर 2023 में उसे सलीम को बेच दिया।

60 लाख में बेच दी जमीन

अभी हाल ही में सेंट एड्रयूज कॉलेज के पूर्व प्राचार्य के बेटे जतिन कुमार लाल का 60 लाख रुपए में एक एकड़ जमीन बेचने का मामला सामने आया। इस जमीन के ओनर राधेश्याम बनाकर एक फर्जी व्यक्ति को पेश किया गया। उसके जरिए जमीन के दलालों ने 60 लाख में जमीन की रजिस्ट्री करा दी।

रजिस्ट्री ऑफिस में पब्लिक से बोल रहे स्पीकर

जमीन खरीदते समय अच्छे से जांच करें। किसी भी अंजान व्यक्ति की बातों पर विश्वास न करें। जमीन खरीदतें समय और क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए। ऐसी ज्ञानवर्धक बातें आपको रजिस्ट्री ऑफिस में सुनने को मिलेंगी। ये बता दें कि जमीन के बढ़ते फर्जीवाड़े के मामले को देखते हुए गोरखपुर कलेक्ट्रेट स्थित रजिस्ट्री ऑफिस में कई जगहों पर स्पीकर लगाए गए हैं, जिसमे पब्लिक को अवेयर करने के दिन भर तेज आवाज में आडियो बजते रहते हैं।

भूलेख पर चेक करें जमीन की असलियत

। वेबसाइट पर क्लिक कर संबंधित जिला चुनें।

। अपनी तहसील को सेलेक्ट करें।

। ग्राम का नाम सेलेक्ट करें।

। ओनर अपने नाम का पहला अक्षर चुनें।

। सामने जमीन से संबंधित सारी डिटेल खुलकर आ जाएंगी।