गोरखपुर (ब्यूरो)। पुलिस ने महुईसुघरपुर निवासी ललिता देवी की तहरीर पर वसुंधरा एंक्लेव निवासी विनय कुमार शाही, दीनानाथ शाही, किरण व विद्या के खिलाफ रुपये हड़पने, जालसाजी व कूटरचित दस्तावेज लगाने के आरोप में केस दर्ज किया है।

मांगे थे 20 लाख रुपए
जानकारी के अनुसार ललिता देवी यादव ने बताया कि उनकी बेटी स्नेहल ने कई बार नीट परीक्षा दी, लेकिन नम्बर कम होने के नाते एडमिशन नहीं हो पाया। बाद में आजाद चौक स्थित एक चाय की दुकान पर उसकी मुलाकात विनय शाही से हुई। उसने कहा कि वह खुद नीट के बच्चों को कोचिंग पढ़ाता है और बिना पैसे एडमिशन नहीं होगा। बताया कि उसके रिश्तेदार स्वास्थ्य मंत्रालय में सचिव हैं और 20 लाख की डिमांड की।

पैसा मांगने पर दे रहा धमकी
महिला और उसके पति ने विश्वास में आकर उसके घर गए। वहां कई और लोग एडमिशन की सिफारिश करते मिले, जिसके बाद ललिता ने 10 लाख रुपये एडवांस दे दिया और बाकी का काम होने के बाद देना तय हुआ। आरोप है कि विनय ने यूसीएमएस एमबीबीएस कालेज दिल्ली का फर्जी एडमिशन पत्र दे दिया। बाद में पैसे वापस मांगने पर धमकी देने लगा। पुलिस केस दर्ज कर मामले कि जांच कर रही है। इस संबंध में एसओ रामगढ़ताल मदन मोहन मिश्र ने बताया कि केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।