करोड़ों रुपए काला धन है हमारे पास

एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई और सीओ कैंट आंशिका वर्मा ने बताया कि एम्स एरिया निवासी मोहम्मद जैद के फेसबुक अकाउंट पर दो माह पहले सिराजुद्दीन ने फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। मैसेंजर्स पर बात कर वह घुल मिल गया। सिराजुद्दीन ने जैद से बताया कि उसके पास करोड़ों रुपए काला धन है। वह उसे खपाने का काम करता है। उसके पास एक विधायक के एक लाख रुपए की छोटी नोट है। अगर 50 हजार रुपए की बड़ी नोट दोगे तो इसके बदले तुम्हें एक लाख रुपए सौ-सौ और दो सौ के मिलेंगे।

एम्स के पास बुलाकर ठगी

सिराजुद्दीन ने जैद को एम्स के गेट पर 13 फरवरी को बुलाया। वहां उसने जैद से 50 हजार लेकर एक लाख रुपए की गड्डी 200 की नोटों वाली उसे थमा दिया। इसके बाद जैद को सख्ती का हवाला देकर वहां से जल्दी भगा दिया। जैद ने जब घर जाकर नोट गिने तो गड्डी के ऊपर और नीचे 2 सौ की नोट लगाकर अंदर रंगीन कागज भरा मिला। तब उसने एम्स थाने में एफआईआर दर्ज कराई। सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस बदमाशों तक पहुंची।

अनपढ़ है गैंग लीडर

सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने कुशीनगर जिले के 55 वर्षीय सिराजुद्दीन अंसारी, ताम्रध्वज उर्फ काजू राय, सनउवर उर्फ छोटू खान, राजकुमार चौहान, विनोद गुप्ता को अरेस्ट किया। इनके पास से पुलिस ने 45,295 हजार रुपए, 7 मोबाइल, 2 आधार कार्ड, पैन कार्ड, निर्वाचन कार्ड, डीएल और बैगनार कार बरामद किया है। इस बदमाशों की टीम का गैंगलीडर सिराजुद्दीन अंसारी है। जो अनपढ़ है।

पहली बार पकड़े गए जालसाज

जालसाजों ने बताया कि उनकी टीम बिहार, झारखंड और दिल्ली में 15 वर्ष से ठगी की घटना को अंजाम दे रहे हैं। लेकिन पहली बार वह पकड़े गए हैं।