गोरखपुर(ब्यूरो) : अगले साल यहां स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट की सौगात भी मिल जाएगी। प्रौद्योगिकी, चिकित्सा, व्यावसायिक, प्रबंधकीय, हॉस्पिटैलिटी समेत किसी भी विशिष्ट प्रकार की शिक्षा के लिए गोरखपुर पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ ही सीमावर्ती बिहार और नेपाल के लिए उम्मीदों का प्रमुख केंद्र बन चुका है।

नॉलेज सिटी की शुरुआत


शिक्षा के क्षेत्र में यहां व्यापक बदलाव महज चंद सालों में देखने को मिला है। इस बदलाव की पहल सीएम योगी आदित्यनाथ ने की। संसदीय कार्यकाल से ही उनकी मंशा गोरखपुर को नॉलेज सिटी के रूप में विकसित करने की थी और उनके सीएम बनने के बाद यह तेजी से साकार होती गई है।

सैनिक स्कूल में पढ़ाई


अब पूर्वांचल के जवान फौज में सिर्फ जवान ही नहीं अफसर भी बन सकेंगे। सीएम योगी के प्रयासों से गोरखपुर में सैनिक स्कूल भी बन गया है और इसी सत्र से इसमें पढ़ाई भी होने लगी है। यह पूर्वी उत्तर प्रदेश का पहला और उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल सोसाइटी द्वारा संचालित प्रदेश का दूसरा सैनिक स्कूल है। इसका उद्घाटन 7 सितंबर को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ करेंगे।

सात साल में दो यूनिवर्सिटी


वैसे उच्च शिक्षा के मानकों पर बात करें तो योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने से पहले गोरखपुर की ख्याति दो यूनिवर्सिटी (दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी और मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी यूनिवर्सिटी) वाले शहर की थी। अब शहर में इन दो यूनिवर्सिटी के अलावा दो और यूनिवर्सिटी शामिल हो गए हैं। इनमें से एक आयुष की सभी चिकित्सा पद्धतियों के शिक्षण वाला महायोगी गुरु गोरखनाथ राज्य आयुष यूनिवर्सिटी है तो दूसरा निजी क्षेत्र का महायोगी गोरखनाथ यूनिवर्सिटी।

हो रही थी मांग


बीते कुछ सालों में गोरखपुर उच्च शिक्षा के तकरीबन सभी आयामों से समृद्ध है। इसीक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ ने गीडा में स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट का निर्माण कार्य जारी है। सितंबर 2025 में यह बनकर तैयार हो जाएगा और पूर्वी उत्तर प्रदेश के युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा का एक और बेहतरीन विकल्प मिल जाएगा।

फैक्ट फाइल


04 यूनिवर्सिटी सिटी में हंै
03 गवर्नमेंट यूनिवर्सिटी
01 प्राइवेट यूनिवर्सिटी
01 नई यूनिवर्सिटी अगले साल बनकर होगी तैयार
05 हो जाएगी जिले में यूनिवर्सिटी की संख्या