गोरखपुर में क्रिकेट खेलना है तो आपको पैसे खर्च करने पड़ेंगे। वो दिन लद गए जब बैट बॉल खरीदा और किसी भी ग्राउंड पर जाकर खेलना शुरू कर दिया। अब तो स्कूल-कॉलेज के ग्राउंड किराए पर चल रहे हैं। यहां की नई जेनरेशन यानी 10 से 18 साल तक के बच्चों के सामने एक बड़ी चुनौती है कि वह खेलने कहां जाएं, अगर यशस्वी जायसवाल और सरफराज खान जैसा बनना है तो उन्हें पैसे खर्च करने होंगे। आइए जानते हैं कितने में बिकते है गोरखपुर में ग्राउंड, इसके लिए क्या-क्या पैतरे अपनाते हैं अनट्रेंड कोच।

क्रिकेट ट्रेनिंग कैंप के नाम पर खेल

गोरखपुर के पूर्व क्रिकेटर्स का कहना है कि वर्तमान समय में थोड़ा बहुत भी क्रिकेट खेलने वाले खास तौर से पैसा कमाने के लिए अनट्रेंड युवा भी कोच बन जा रहे हैं। गोरखपुर के हर स्कूल और कॉलेज के ग्राउंड हथियाने के लिए यह ट्रेनिंग कैंप का सहारा ले रहे हैं। ट्रेनिंग कैंप के नाम पर एक बार स्कूल का ग्राउंड हाथ लगते ही उसका कामर्शियल यूज शुरू कर दे रहे हैं।

बच्चों को नहीं वेटरन क्रिकेट को दे रहे बढ़ावा

पूर्व क्रिकेटर्स का कहना है कि एक ग्राउंड से एक दिन में 6 से 10 हजार रुपए तक वसूल जा रहे हैं। अधिक से अधिक पैसे आएं, इसके लिए यहां वेटरन क्रिकेट को बढ़ावा दिया जा रहा है। डॉक्टर, इंजीनियर और प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले 35 से 50 साल तक के शौकिन लोग खेलने के लिए मुंह मांगा दाम भी आसानी से दे देते हैं। उनके बीच होने वाला मैच भी कम समय में खत्म हो जाता है। इससे एक दिन में एक ग्राउंड पर 3 से 4 मैच बड़े आसानी से आयोजित हो जाते हैं। यही वजह है कि वेटरन के टूर्नामेंट भी अब अधिक होते हैं।

बीस-बीस ओवर के होते हैं मैच

पूर्व क्रिकेटर्स का कहना है कि स्कूल के ग्राउंड पर बीस-बीस ओवरों के मैच होते हैं। शाम के समय दिखाने के लिए बच्चों को ट्रेनिंग दी जाती है। इन्हीं बच्चों से पिच पर पानी डलवाने से लगाए रोलिंग तक करवाई जाती है। छोटे बच्चों के लिए टूर्नामेंट अब केवल नाम मात्र के हो रहे हैं।

बच्चों से ली जाती है फीस

निशुल्क ट्रेनिंग के नाम पर क्रिकेट सीखने आए बच्चों से पैसे भी लिए जा रहे हैं। हर बच्चे से किसी ना किसी बहाने से 2 से तीन हजार तक पैसे एक माह में वसूल लिए जाते हैं।

वेटरन क्रिकेट में मिलती है दोगुनी कीमत

हर ग्राउंड पर वेटरन क्रिकेट मैच के लिए दोगुनी फीस ली जाती है। जैसा कि रेग्युलर क्रिकेट मैच के लिए 1500 से 2000 हजार फीस ली जाती है। तो दूसरी तरफ वेटरन क्रिकेट मैच में यही फीस दोगुनी ली जाती है। मतलब 2 की बजाय चार हजार फीस ली जाती है। इसलिए वेटरने क्रिकेट अधिक से अधिक कराए जा रहे हैं।

एक नजर ग्राउंड पर रेग्युलर मैच कराने की कीमत

ग्राउंड कीमत

रेलवे क्रिकेट ग्राउंड 2500-4000

जुबिली इंटर कॉलेज 1500-2000

सहारा स्टेट 2000

अभयनंदन इंटर कॉलेज 1500

नवल्स एकेडमी कुसुम्ही 1500

हॉक स्पोट्र्स 1500

सेंट एंड्रयूज डिग्री कॉलेज 2500

नीना थापा इंटर कॉलेज 1500

पुरूषोत्तम दास 1500

नेहरा क्रिकेट एकेडमी डीपीएस 4000

एमजी इंटर कॉलेज 1500

स्कूल टाइम में ग्राउंड पर कोई मैच नहीं होने चाहिए। उस समय में स्कूल के बच्चे ग्राउंड पर कोई भी गेम खेल सकते हैं। इसकी पूरी छूट है। छुट्टी के बाद ही कोई भी ट्रेनिंग कैंप या मैच का आयोजन किया जा सकता है।

डॉ। अमरकांत सिंह, डीआईओएस

नए टैलेंट को संवारने की जरूरत है। बच्चों से खेलने की सुविधा निशुल्क या नॉमिनल फीस में अवेलबल करानी होगी। तभी गोरखपुर से भी अच्छे प्लेयर निकलेंगे। स्टेडियम में बच्चे क्रिकेट सीखने आते हैं। यहां नेट प्रैक्टिस की सुविधा है लेकिन क्रिकेट पिच नहीं है।

आले हैदर, आरएसओ, रीजनल स्टेडियम

आउट डोर गेम खेलने की बात तो होती है लेकिन ग्राउंड कहां बचे हैं। थक हार कर बच्चे घर पर मोबाइल पर गेम खेल कर अपनी प्रतिभा खर्च कर दे रहे हैं। यहां बच्चों के खेलने के लिए निशुल्क ग्राउंड होना चाहिए।

अनुराग त्रिपाठी, पैरेंट