गोरखपुर (ब्यूरो)। गोरखपुर में जब यह शिकायतें आम हो गईं तो दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने भी हकीकत जानने के लिए रियलटी चेक किया। जिसमें चौंकाने वाली हकीकत सामने आई। पेश है सुनील त्रिगुणायत की रिपोर्ट

नौ में से तीन ने ही रिसीव की कॉल

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने एक्सईएन, एसडीओ और जेई को जब फोन मिलाए तो नौ अफसरों में से केवल तीन ने ही फोन रिसीव किया। इतना ही नहीं किसी भी बिजली अफसर ने मिस कॉल देखकर भी पलटकर कॉल करना मुनासिब नहीं समझा। अब जरा सोलिए कि अगर कहीं फॉल्ट हो जाए, बिजली चली जाए तो कंज्यूमर किससे कहेंगे।

सिर्फ इन्होंने रिसीव की कॉल

-करीब 3 बजे रूस्तमपुर उपकेंद्र के जेई विवेक कुमार वर्मा के सीयूजी नंबर 8004922442 फोन किया। उन्होंने फोन रिसीव रिसीव किया। फाल्ट के बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि लाइन सुधार और ट्रांसफार्मर का काम चल रहा है। जल्द ही इलाके में सप्लाई बहाल कर दी जाएगी।

-3.10 बजे उपकेंद्र के जेई नवनीत पटेल के सीयूजी नंबर 9453047434 पर फोन किया तो उन्होंने बताया कि हमारे एरिया में कहीं कोई फॉल्ट नहीं है। बिजली सप्लाई सुचारू रूप से चल रही है।

-3.20 बजे तारामंडल उपकेंद्र के जेई दीपक कुमार पांडेय के सीयूजी नंबर 9415756978 पर फोन किया। उन्होंने रिसीव किया। जब सप्लाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस समय सप्लाई पूरी तरह से ठीक है, कहीं से कोई शिकायत नहीं मिली है।

इन्होंने रिसीव नहीं किया फोन

-3.10 बजे शास्त्री चौक उपकेंद्र जेई कुलदीप कुमार के सीयूजी नंबर 945304729 पर कई बार कॉल किया तो रिसीव नहीं किया।

-3.12 बजे शाहपुर उपकेंद्र के एसडीओ अमन गुप्ता सीयूजी नंबर 8004922454 पर फोन किया तो रिसीव नहीं किया।

-बक्शीपुर उपकेंद्र के जेई मुन्नी लान चौहान का सीयूजी नंबर पर फोन किया लेकिन बंद मिला।

-उपकेंद्र के जेई नूर आलम के सीयूजी नंबर का पता ही नहीं है, शिकायत करने में प्रॉब्लम होती है।

-3.30 बजे एसडीओ सहजनवां मुकेश गुप्ता के नंबर 9473867862 पर फोन किया गया, उन्होंने न तो रिसीव किया और न ही पलटकर कॉल किया।

-करीब 4 बजे चौरीचौरा एक्सईएन सुनील कुमार के सीयूजी नंबर 9532451692 पर फोन किया गया। उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

नहीं मिलता कोई रिस्पांस

यदि जेई, एसडीओ किसी काम में व्यस्त हैं। फॉल्ट दुरुस्त करा रहे हो, लाइन बनवा रहे हों, लेकिन कम से कम मिस कॉल देखकर वापस कॉल तो करनी ही चाहिए। लेकिन इसके बावजूद भी अफसर मिस कॉल का जवाब देने से गुरेज करते हैं। रिस्पांस नहीं मिलने से कंप्लेन करने वाले कंज्यूमर्स को परेशानी का सामना करना पड़ता है।

हेल्पलेस हेल्पलाइन

हेल्पलाइन पर भी कोई संतोषजनक हल नहीं मिलता है। हेल्पलाइन नंबर 1912 मिलाने पर सिस्टम जनरेटेड कॉलर से कॉल कनेक्ट कर दी गई। यहां भाषा चयन, समस्या चयन के लिए अलग-अलग अंक दबाने की जानकारी दी गई। तय प्रक्रिया पूरी करने पर जब समस्या दर्ज कराने की बारी आई तो फोन ही कट गया।

सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को सीयूजी फोन जरूर रिसीव करना चाहिए। फोन रिसीव न करने वाले अफसरों से जवाब मांगा जाएगा। संतोषजनक जवाब न होने पर कार्रवाई की जाएगी।

ई। आशु कालिया, चीफ इंजीनियर