गोरखपुर (ब्यूरो)। साइबर सेल में आने वाली ऐसी शिकायतों की फेहरिस्त अब बढ़ती जा रही है। साइबर सेल की मानें तो ऐसे मामलों में पब्लिक को अब अधिक से अधिक अवेयर करने की जरूरत है। सबसे ज्यादा चौंका देने वाली बात यह है कि इसमेंं पढ़े-लिखे लोगों की संख्या ज्यादा है, जो लालच में अपनी गाढ़ी कमाई लुटा दे रहे हैं।

बिना पूछे ग्रुप में जोड़ लेते हैं जालसाज

साइबर सेल टीम ने बताया कि इस समय सर्वाधिक अधिक पढ़े लिखे वह लोग जो खूब पैसा कमाने की चाहत रखते हैं, उन्हीं के साथ जालसाजी हो रही है। सोशल मीडिया पर पोस्ट देखकर किसी भी व्यक्ति का मिजाज जालसाज अच्छे से समझ लेते हैं। टेलीग्राम, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर यूजर की बिना इजाजत के ही किसी अननोन ग्रुप में जोड़ दे रहे हैं। जिसपर ढेर सारे यूजर पैसे और मुनाफे की बातें करते हैं। इस खेल को समझने के लिए यूजर भी इसमेंं इंट्री करता है और उसके अकाउंट में पैसे भी आते हैं। विश्वास में लेने के बाद जब मछली जाल में फंस जा रही है तो उसके बाद अधिक पैसा लगवाकर जालसाज फुर्र हो जा रहे हैं।

ऐसे हो रही जालसाजी

एक्सपट्र्स की मानें तो सोशल मीडिया पर टास्क बिजनेस तेजी से रन कर रहा है। इसमें कंपनी यूजर को लालच देती है कि वह उसके बताए लिंक पर जाकर लाइक करेगा तो उसे इसके बदले अच्छे पैसे मिलेंगे। इसी तरह शेयर मार्केट का एक ग्रुप बनाया जा रहा है, जिसमे ढेरों लोगों को अलग-अलग जोड़ा जाता है। ग्रुप में जुड़े लोगों से ब्रोकर शुरू शुरू बताता है कि वह यह शेयर खरीदें तो मुनाफा होगा। लोग शेयर खरीदतें हैं और फायदा उनके अकाउंट में आ जाता है। फिर ब्रोकर उन्हें बड़ा फायदा दिलाने के लिए अधिक पैसा लगाने को कहता है। इसके बाद जो पैसा लोग लगाते हैं, वह डूब जाता है।

शेयर मार्केट में बैंक मैनेजर के लूट गए ७० लाख

शहर के प्रतिष्ठित सरकारी बैंक के मैनेजर शेयर मार्केट में चक्कर में फंसकर ७० लाख रुपए से हाथ धो बैठे। कई दिनों तक उनको विश्वास ही नहीं हुआ कि उनके साथ ठगी हुई है। जब अहसास हुआ तो उन्होंने साइबर थाने जाकर एफआईआर दर्ज कराई।

आनलाइन रमी में नाबालिग ने गंवा दिए ४० लाख

झंगहा एरिया के इंटर फस्र्ट इयर में पढऩे वाले नाबालिग के साथ ४० लाख रुपए की साइबर जालसाजी हो गई। वह काफी दिनों से ऑनलाइन रमी खेलता था और पैसे जीतता था। इसी बीच उसके चाचा ने एक जमीन बेची और उनके अकाउंट में ३० लाख रुपए आए थे। साथ ही नाबालिग के अकाउंट में भी १० लाख रुपए थे। गेम में उसे टास्क दिया गया और अधिक पैसा कमाने के चक्कर में वह अपना और चाचा का पैसा भी लगा दिया। जिसके बाद उसे कोई फायदा नहीं मिला तब उसे ठगी का अहसास हुआ।

साइबर सेल टीम ने बताया ठगी से बचने का आइडिया

। टास्क बिजनेस/ लाइक कर पैसे कमाने के संबंध में उनकी सत्यता पहले जांच लें

। कंपनी की वेबसाइट के बारे में पूछे

। कंपनी की वेबसाइट का यूआरएल को चेक करें

। क्रद्धह्लह्लश्चह्य है तो वेबसाइट सिक्योर है

। कंपनी ब्रोकर से वायस कॉल करके ही बात करें

। वॉट्सएप कॉल या अन्य एप के माध्यम से कॉल कर ना बात करें

। पैसा जहां इंवेस्ट कर रहे हैं, ये देखिए उस कंपनी का ही अकाउंट हो

। गवर्नमेंट साइट पर जाकर चेक करें कि कंपनी का वहां रजिस्ट्रेशन है कि नहीं।