गोरखपुर (ब्यूरो) हैरान मत होईए ये वह लोग हैं जो विधायक, पूर्व विधायक के नाम पर फर्जी वाहन पास बनवाकर सड़कों पर रौब जमाते हैं। जिले के रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के नौका विहार में विधायक के नाम पर फर्जी पास लगाकर वाहन चला रहे एक मनबढ़ को पुलिस ने अरेस्ट किया है। जबकि कैंट पुलिस ने चेकिंग के दौरान दो अलग-अलग लक्जरी वाहनों को पकड़ा है। जिनपर सचिवालय और पूर्व विधायक के नाम पर फर्जी पास लगा मिला है। इनके खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। एक ही दिन यानी बुधवार को हुई धड़पकड़ के बाद बहुत से लोग गाडिय़ों से पास उतारने भी लगे हैं।

पूर्व मंत्री के बेटे के वाहन पर फर्जी पास
कैंट पुलिस की ओर से ट्रैफिक रूल का उल्लंघन करने वालों वाहनों के खिलाफ बुधवार को कार्रवाई की गई। चेकिंग के दौरान पीपीगंज रायपुर निवासी रविंद्र कुमार के स्विफ्ट डिजायर कार यूपी 53 बीआर 1222 पर फर्जी विधान परिषद का पास लगा हुआ पाया गया। इसी तरह चेकिंग के दौरान पूर्व मंत्री भाजपा नेता देवनारायण सिंह के बेटे नवनीत सिंह उर्फ हिमांशु के काली स्कार्पियो यूपी 53ईडी 3031 पर पूर्व विधायक का लिखा पास पाया गया। जिसके बाद कई धाराओं में कैंट थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। इनके अलावा 20 वाहनों को सीज भी किया गया।

फर्राटा भर रहा था मनबढ़
रामगढ़ताल थाने की पुलिस ने वाहन पर विधायक के कूटरचित वाहन पस लगाकर चलने वाले अभियुक्त रुस्तमपुर आजाद चौक निवासी आदित्य सिंह को अरेस्ट किया। बुधवार को संद्धिग्ध वाहन की चेकिंग के दौरान गौतम विहार विस्तार की तरफ से एक सफेद रंग की स्कार्पियों वाहन को पुलिस ने रूकने का इशारा किया। तब वह भागने लगा। पुलिस ने उसे घेरकर उसे रोका। वाहन पर बड़े-बड़े अक्षरों में विधायक लिखा पास लगा हुआ था। पुलिस ने जब आदित्य से सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि बगल के रहने वाले चाचा की गाड़ी पर लगे पास से कॉपी कर यह बनवाया है। उसने बताया कि सरकारी विभागों में जाकर इसी पास के आधार पर लोगों का काम कराकर लाभ कमाता है।

सड़क पर यातायात नियमों का उल्लघंन करने वाले वाहनों के विरूद्ध अभियान चलाया जा रहा है। जिसमे कई वाहनों पर फर्जी पास लगाकर घूमते लोगों का चालान किया गया। नो पार्किंग जाने में खड़े 20 वाहनों को क्रेन द्वारा उठाकर पुलिस लाइन या यार्ड में लाकर विधिक कार्रवाई की गई है। यह अभियान आगे भी चलता रहेगा।
- डॉ। गौरव ग्रोवर, एसएसपी