गोरखपुर (ब्यूरो)। अब बिजली निगम के अफसर पब्लिक की मदद की गुहार लगा रहे हैं। उधर ट्रिपिंग और फाल्ट के चलते गोरखपुराइट्स की रातों की नींद और दिन का चैन छीन लिया है। रात के समय यदि किसी अभियंता के के मोबाइल पर कॉल जाता है तो कोई रिस्पांस नहीं मिलता है।

2450 से अधिक डिस्ट्रिब्यूशन ट्रांसफार्मर

सिटी के चारों डिविजन में 2450 से अधिक डिस्ट्रिब्यूशन ट्रांसफार्मर लगे हुए है, जिनके जरिए घर, ऑफिस और मार्केट आदि में पॉवर सप्लाई होता है। भीषण गर्मी के बीच पारा 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है। एसी, पंखे और कूलर भी राहत नहीं दे पा रहे हैं। इसी वजह से पॉवर की डिमांड पिछले साल की तुलना में 65 परसेंट से अधिक बढ़ गई है। वहीं, पर अधिकांश ट्रांसफार्मर ओवरलोड चल रहे हैं। उन्हें सामान्य करने के लिए बिजली निगम के जेई और कर्मचारी जुटे हुए हैं।

बिजली निगम का दावा

-गोरखपुर जोन में 18 जगहों पर पावर ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि

-23 केवी की 10 नई लाइन बनी

-33 केवी के 42 सबस्टेशनों का सुदृढ़ीकरण किया गया

-11 केवी के 83 फीडर्स की क्षमता वृद्धि करके ओवरलोड की क्षमता को खत्म किया

-डिस्ट्रीब्यूशन के ओवरलोड 766 ट्रांसफार्मरो को क्षमता वृद्धि का रिकार्ड बनाया

-अतिरिक्त 20 जगहों पर डबल लाइन का निर्माण कराया गया

-88 नई एलटी लाइन का निर्माण भी किया गया।

-650 ट्रांसफार्मरों के अर्थिंग का काम किया गया। ताकि किसी दुर्घटना में जनहानि को रोका जा सके।

ट्रांसफार्मर में तकनीकी गड़बड़ी, बिना बिजली 200 कंज्यूमर्स

मोहद्दीपुर उपकेंद्र से जुड़े नंदानगर इलाके में लगा 400 केवीए के ट्रांसफार्मर में तकनीकी खराबी आने से इलाके की सप्लाई रात 12 बजे से ठप हो गई। गर्मी से परेशानी कंज्यूमर्स ने बिजली विभाग के अभियंताओं के सीयूजी नंबर पर कॉल किया। उन्हें पता चला कि ट्रांसफार्मर खराब हो गया है। जब तक इंनवर्टर चार्ज रहा तब तक तो थोड़ा राहत मिली लेकिन इनर्वटर बैठ गया। बच्चे, महिलाएं और घर के बुजुर्गों को छत और सड़क पर टहल कर रात गुजारनी पड़ी। सुबह पानी का भी संकट खड़ा हो गया। इसे लेकर लोगों में काफी गुस्सा रहा। सुबह वर्कशॉप से नया ट्रांसफार्मर मंगवाकर लगाया गया। करीब 11 बजे सप्लाई बहाल होने पर लोगों ने राहत की सांस ली।

विभाग की मदद करें

भीषण गर्मी के कारण बिजली की डिमांड पिछले साल की तुलना में इस बार लगभग 65 परसेंट बढ़ गई है। ऐसे में बिजली निगम का डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम ओर लोड पर ट्रिपिंग हो रही है। इसके चलते गर्मी में कंज्यूमर्स को परेशानी झेलनी पड़ रही है। इनवर्टर भी काम करना बंद कर दे रहा है। बिजली निगम ने पब्लिक से अपील की है कि इस समय ओवरलोडिंग कम करने की विभाग की मदद करें।

-अपने घर के सभी बिजली उपकरण एक साथ न चलाएं

-सबमर्सिबल पंप, वाशिंग मशीन, प्रेस इत्यादि उपकरण का प्रयोग सुबह 6 से 9 बजे के बीच करें।

-एसी की टेप्रेचर सेटिंग 24 डिग्री रखें तथा टाइमर को भी सेट करें।

-एनर्जी एफिशिएंट बिजली उपकरणों का प्रयोग करें

-बिजली वायरिंग ठीक रखें, अर्थिंग की जांच कर ठीक करा लें।

-मात्र सजावट, दिखावे के लिए बिजली की फिजूल खर्ची न करें

-बिजली की चोरी न करें ओर यदि आस पड़ोस में कोई बिजली चोरी कर रहा है, तो इसकी सूचना बिजली विभाग को दें।

डेट बिजली खपत

24 मई 583

25 मई 601

26 मई 596

27 मई 595

28 मई 605

नोट- मेगा वोल्टेज एम्पीयर (एमवीए)

डिवीजन ट्रांसफार्मर

प्रथम 954

सेकेंड 789

थर्ड 258

फोर्थ 449

कुल योग 2450

चीफ इंजीनियर और अर्बन एसई रात में सबस्टेशन को कर रहे चेक

हाई टेम्प्रेचर में एक तरफ जहां बिजली की डिमांड बढ़ गई हैं तो दूसरी तरह फाल्ट के चलते कंज्यूमर्स की परेशानी भी बढ़ती जा रही है। इन्हीं सभी के बीच अब चीफ इंजीनियर आशु कालिया और अर्बन एसई ई। लोकेंद्र बहादुर सिंह ने रात के समय बिजली घरों को चेक कर रहे हैं। शाहपुर, मेडिकल कॉलेज, नार्मल, लोहिया आदि बिजली घरों को चेक किया। साथ ही बिजली घरों में लगे फीडरों के सिस्टम की भी जांच की। इतना ही नहीं हर इलाके में कितना लोड है इसकी भी पड़ताल की। चीफ इंजीनियर आशु कालिया ने अभियंताओं और बिजली कर्मचारियों से सप्लाई के बारे में बातचीत की। उन्होंने कर्मचारियों से पूछा की सेफ्टी नियमों का पालन किया जाता है कि नहीं? इस सवाल पर कर्मचारियों ने बताया कि सेफ्टी के साथ ही काम किया जाता है।

बिजली सप्लाई ठप

मेडिकल कॉलेज उपकेंद्र से जुड़े सेमरा क्षेत्र में मंगलवार रात करीब 11.30 बजे 150 केवीए क्षमता का ट्रांसफार्मर जल गया। इस कारण सौ से ज्यादा घरों की बिजली सप्लाई ठप हो गई। बुधवार सुबह करीब 11 बजे ट्रांसफार्मर लगा तब सप्लाई बहाल हो सकी। बिजली न होने से कंज्यूमर्स को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

गर्मी में फॉल्ट ने किया परेशान

शाहपुर उपकेंद्र से जुड़े गीता वाटिका इलाके में ट्रांसफार्मर में एलटी केबल जलने के कारण बुधवार की सुबह 10.53 बजे शटडाउन लिया गया, जबकि दोपहर एक बजे सप्लाई बहाल हुई। एफसीआई के गोरखनाथ फीडर के तहत फैक्ट्री में तार टूट जाने के कारण बुधवार दोपहर 2:45 बजे से 4:25 बजे तक सप्लाई बाधित रही। बक्शीपुर इलाके के नखास में दोपहर 2:30 बजे से तीन घंटे तक सप्लाई आधित रही। राप्तीनगर एक्सईएन अविनाश गौतम ने बताया कि रोड शो व मरम्मत कार्यो के लिए कुछ देर सप्लाई बंद हुई थी। विद्युत सबस्टेशन बिछिया आजानगर के शंभू सिंह ने बताया कि मंगलवार राम से बुधवार शाम तक 11 बार बिजली गुल हुई। सहजनवां के तहसील फीडर में मंगलवार रात 11 बजे से 12 बजे तक बिजली कटौती के कारण लोग सो नहीं सकें।

बिना सूचना कर दी कटौती

बशारतपुर राजनगर में बुधवार को तार बदलने के कारण 800 से अधिक कंज्यूमर गर्मी और उमस से परेशान हो गए। बिजली निगम ने शटडाउन की सूचना नहीं दी कि इस कारण लोगों को ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ा। पानी की टंकियों में पानी खत्म होने के कारण लोगों की दिनचर्या प्रभावित हुई। जबकि इन्वर्टर और मोबाइल भी डिस्चार्ज हो गए। एक्सईएन अविनाश गौतम ने बुधवार दोपहर एक बजे बताया कि उन्हें बिजली के शटडाउन के बारे मेें जानकारी नहीं है।

भीषण गर्मी के कारण बिजली की डिमांड में लगातार वृद्धि हो रही है। ट्रिपिंग और फाल्ट को दुरुस्त करने के लिए बिजली कर्मचारियों को लगाया गया है। सप्लाई समान्य रखने के लिए रात में बिजली सबस्टेशनों का जायजा लिया जा रहा है, ताकि सप्लाई निर्बाध बनी रहे।

आशु कालिया, चीफ इंजीनियर, बिजली विभाग