गोरखपुर (ब्यूरो).इस नेकी के पालने से नवजात लावारिसों की जिदंगी तो बचेगी ही साथ ही उनका भविष्य भी संवरेगा। सांसद ने अपील की अगर कोई भी पालना में नवजात को छोड़ता है तो उसका नाम और पता न पूछे और न ही उससे कोई सवाल करें। उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों से कहा कि अगर नवजात को इलाज की जरूरत होती है, तो तत्काल उनका इलाज शुरू करें, जिससे की नवजातों की जिदंगी को बचाया जा सके। संस्थान के संस्थापक योग गुरु देवेंद्र अग्रवाल ने बताया कि अनचाहे नवजात शिशु विशेष रूप से बेटियों को जन्म लेते ही डस्टबिन, झाडिय़ों, नदी-तालाबों में फेंकने की या रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन जैसे असुरक्षित स्थानों पर छोड़ देने की घटनाएं अक्सर देखी जाती है। इस दौरान कई नवजातों की मौत हो जाती है।

स्वास्थ्यकर्मियों को किया है प्रशिक्षित

नवजात शिशुओं का जीवन बचाने एवं बनाने के उद्देश्य से जिला महिला अस्पताल में आश्रय पालना स्थल की स्थापना की गई है। सीएमओ डॉ। आशुतोष कुमार दूबे ने कहा कि संस्था की पूरी मदद स्वास्थ्य विभाग की टीम करेगी। इसके लिए स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित भी किया गया है। महिला अस्पताल के एसआईसी डॉ। एनके श्रीवास्तव ने बताया कि पालना में जो भी नवजात रखे जाएंगे, उनका पूरा ख्याल स्वास्थ्य विभाग की टीम करेगी। इसके लिए सभी स्वास्थ्यकर्मी तैयार हैं। इस मौके पर जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ। अंबुज, बीबी सिंह, अमरनाथ जायसवाल आदि मौजूद रहे।

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अनचाहे नवजात शिशु की जीवन रक्षार्थ सांसद श्री रवि किशन द्वारा आमजन से फेंके नही, हमें दें! बिना पहचान बताए पालना में छोड़ जाएं की अपील के साथ दीप प्रज्वलित कर आश्रय पालना स्थल का किया लोकार्पण।

सांसद श्री रवि किशन बनेंगे ब्रांड एंबेसेडर

सांसद रवि किशन ने योग गुरु देवेंद्र अग्रवाल से चर्चा करते हुए आश्रय पालना स्थल के ब्रांड एंबेसडर बनने की भी सहमति व्यक्त की। योग गुरु द्वारा सांसद को आश्रय पालना स्थल के संचालन की संपूर्ण प्रक्रिया समझाई गई। स्वागत सीएमओ डॉ। आशुतोष दुबे धन्यवाद चिकित्सालय अधीक्षक डॉ। एनके श्रीवास्तव दिया गया। मंच संचालन अनुभा त्रिपाठी की ओर से किया गया। इस अवसर पर चिकित्सालय के समस्त चिकित्साधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।