गोरखपुर (ब्यूरो)। एनईआर को 5,813 करोड़ का बजट मिला है। वहीं, सहजनवां-दोहरीघाट नई रेल लाइन से यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। दरअसल, 1 फरवरी को जारी हुए आम बजट में रेल बजट की घोषणा के बाद एनई रेलवे की झोली में कुल 5,813 करोड़ रुपए का बजट आवंटित किया गया है। एनई रेलवे की पिंक बुक में इसे दर्ज कर लिया गया है। बताया गया है कि इंडियन रेलवे के इतिहास में बाकी राज्यों के मुकाबले यूपी को रिकॉर्ड तोड़ बजट आवंटित किया गया है। यूपी में रेलवे के डेवलपमेंट के लिए 19,575 करोड़ रुपए बजट का प्रावधान किया गया है। यह अब तक का सबसे बड़ा बजट बताया जा रहा है।

यात्रियों की मिलेंगी सुविधाएं

बता दें, गोरखपुर जंक्शन के री-डेवलपमेंट के पहले फेज का काम जारी है। फेज वाइज होने वाले गोरखपुर जंक्शन के री-डेवलपमेंट के लिए इस वित्तीय वर्ष के बजट से निर्माण कार्य में तेजी आएगी। इसके साथ ही सेटलाइट स्टेशन से डोमिनगढ़ तक तीसरी लाइन बनाए जाने से आउटर पर गाडिय़ां नहीं खड़ी होने से यात्रियों के लिए यात्रा सुगम हो जाएगा। यह सबकुछ संभव हो सकेगा, तब जब एनई रेलवे की झोली मे आए बजट से। अमृत स्टेशन के अंतर्गत आने वाले स्टेशनों का विकास होने काफी मददगार साबित होने वाला यह बजट होगा।

बिछाई जाएगी दूसरी और तीसरी लाइन

एनईआर अफसरों की मानें तो एनई रेलवे को 5,813.20 करोड़ के आवंटित बजट में नई लाइन के निर्माण, आमान परिवर्तन, दोहरीकरण व तीसरी लाइन बिछाने के कार्य शामिल हैैं। वहीं रेल पथ के नवीनीकरण, आरओबी-आरयूबी निर्माण कराए जाएंगे। पुलों को सुदृढ़ीकरण के लिए 75.76 करोड़ रुपए का बजट का प्रावधान है। जबकि यात्रियों की सुविधा के विकास के लिए 569.27 करोड़ का बजट है। इसके अलावा बजट में विद्युत कार्य, यातायात सुविधा, कर्मचारी कल्याण के लिए, सडक संरक्षा कार्य के लिए बजट आवंटित है।

स्वाइल टेस्टिंग का शुरू होगा काम

सीपीआरओ ने बताया, स्टेशन की स्वाइल स्वाइल टेस्टिंग के लिए कवायद शुरू कर दी गई है। इसके लिए एजेंसी नामित की जाएगी। एजेंसी की रिपोर्ट के आधार पर निर्माण कार्य प्रारंभ होगा।

एनईआर को 2024-25 के लिए मिला बजट

- नई लाइन निर्माण के लिए -1025 करोड़

- आमान परिवर्तन के बचे कार्यो ंको पूर्ण करने के लिए - 30.24 करोड़

- दोहरीकरण एवं तीसरी लाइन निर्माण के लिए - 1057.20 करोड़

- रेल पथ नवीनीकरण कार्य के लिए - 580 करोड़

- आरओबी/आरयूबी के निर्माण के लिए - 442.31 करोड़

- पुलों के सुदृढ़ीकरण के लिए - 75.76 करोड़

- यात्री सुविधाओं के उन्नयन एवं विकास के लिए - 569.27 करोड़

- सिगनल एवं दूर संचार कार्य के लिए - 226 करोड़

- विद्युत कार्य के लिए - 121.24 करोड़

- यातायात सुविधाओं के विकास के लिए - 678 करोड़

- कर्मचारी कल्याण के लिए - 21.97 करोड़

- विद्युतीकरण के लिए - 111.50 करोड़

- सड़क संरक्षा कार्य (समपार) के लिए - 58 करोड़

एनई रेलवे को मिले बजट से नई लाइन, दोहरीकरण, तीसरी लाइन के साथ-साथ स्टेशन के री-डेवलपमेंट में काफी हद तक मदद मिलेगा। यात्रियों के सुरक्षा व सड़क संरक्षा के कार्य में मिले करोड़ों रुपए के बजट से यात्रियों को सेफ्टी के साथ उनके गंतव्य तक पहुंचाने में आवंटित बजट मददगार होगा।

पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे