गोरखपुर (ब्यूरो)। Gorakhpur News: कोई वरिष्ठ डाक्टर नहीं मिला तो जूनियर डाक्टरों का रोगियों के प्रति व्यवहार उचित नहीं मिला। एक रोगी के स्वजन ने बाहर से दवाएं मंगाने की शिकायत की तो ईडी हतप्रभ रह गए। उन्होंने अमृत फार्मेसी के संचालकों को बुलाकर नाराजगी जताई। तय हुआ कि इमरजेंसी और ओपीडी में अमृत फार्मेसी का काउंटर खोला जाएगा। अभी अमृत फार्मेसी इमरजेंसी से तकरीबन दो सौ मीटर दूर है। यहां जाने से पहले ही दलाल स्वजन को बरगलाकर बाहर लेकर चले जाते हैं।
दवाओं का रजिस्टर देखा
भोपाल से गोरखपुर आए ईडी मंगलवार सुबह 8:30 बजे अकेले इमरजेंसी में पहुंच गए। उन्होंने दवाओं का रजिस्टर देखा। उस समय कोई वरिष्ठ डाक्टर नहीं उपलब्ध थे। ईडी ने इमरजेंसी में वरिष्ठ डाक्टरों की तैनाती की व्यवस्था तत्काल लागू करने का निर्देश दिया। कहा कि रोगियों का उपचार सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कहा कि सीनियर रेजिडेंट और जूनियर रेजिडेंट को वरिष्ठ फैकल्टी के मार्गदर्शन में उपचार को आगे बढ़ाना होगा। इससे उनकी जानकारी भी समृद्ध होगी और रोगी का उत्कृष्ट उपचार मिलेगा।
एम्स में 16 ओटी शुरू, दो और जल्द
ईडी प्रो। अजय सिंह ने रोगियों के लिए बड़ी पहल कर दी है। एम्स में 16 आपरेशन थियेटर शुरू हो गए हैं। दो और ओटी भी जल्द शुरू होने जा रही है। ओटी बंद होने की जानकारी के बाद उन्होंने इस दिशा में काम शुरू किया था। इसके परिणाम सामने आने लगे हैं। कहा कि इमरजेंसी की ओटी में 24 घंटे आपरेशन होंगे। ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है कि यहां आने वाले गंभीर रोगियों को किसी भी हाल में वापस न करना पड़े।
इमरजेंसी में होगा अल्ट्रासाउंड, मिलेंगी दवाएं
ईडी ने इमरजेंसी में अल्ट्रासाउंड की भी सुविधा शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही जरूरी दवाओं का पूरा स्टाक रखने के निर्देश दिए हैं। ईडी ने कुछ अन्य विभागों का भी निरीक्षण किया और अव्यवस्था मिलने पर नाराजगी जताते हुए सुधार के निर्देश दिए।
एम्स गोरखपुर की इमरजेंसी की व्यवस्था को लगातार सु²ढ़ किया जा रहा है। सभी आपरेशन थियेटर संचालित कराए जा रहे हैं और इमरजेंसी व ओपीडी में ही दवाओं की व्यवस्था कराई जा रही है। रोगी और स्वजन से मधुर व्यवहार के साथ ही उत्कृष्ट उपचार हमारी प्राथमिकता है।
प्रो। अजय सिंह, ईडी व सीईओ, एम्स गोरखपुर