गोरखपुर (ब्यूरो)। रिश्तों में मिठास बनाए रखने के लिए यह गुलाब एक खास जगह रखता है। मोहब्बत के इस महीने में 'रोज डेÓ के मौके पर आज हम कुछ ऐसे ही रिश्तों की बात करेंगे, जिनकी बिजी लाइफ और स्ट्रैस के बीच रिश्तों को संजोने के लिए एक गुलाब के फूल ने अहम किरदार निभाया। एक रोज की उनकी बेपटरी हो रही जिंदगी वापस ट्रैक पर लौट गई।

टूटते रिश्ते को बचाया

रिश्तों की डोर ऐसी होती है कि इसे जितने प्यार से सींचा जाए, उतना ही लंबी चलती है। अगर इसमें सिर्फ सख्ती या झुंझलाहट का खिंचाव होने लगे तो यह कमजोर होने लगती है। सिटी में एक ऐसे ही कपल की एक कहानी है, जिनकी जिंदगी में आई खटास को एक गुलाब ने दूर कर दिया। यह कहानी है बीआरडी के एक्स-रे टेक्नीशियन राहुल मिश्रा और उनकी वाइफ साधना मिश्रा की शादी से पहले की है। दोनों के बीच कुछ ऐसा हुआ कि बात शादी न करने तक पहुंच गई। दोनों एक दूसरे को बहुत पसंद करते थे, इसीलिए एक बार मिल कर सब कुछ ठीक करने की कोशिश हुई। लकीली उस दिन रोज डे था और राहुल मिश्रा ने गिले-शिकवे दूर करने के लिए पहुंचते ही सबसे पहले रेड रोज का बुके दिया। साधना कुछ कह पातीं कि इससे पहले उन्हें काफी अच्छा फील हुआ और उनकी शिकायतें दूर हो गईं। दोनों ने एक दूसरे से माफी मांगी और उनके बीच सब कुछ नॉर्मल हो गया। इसके बाद धूम-धाम से दोनों ने शादी कर ली।

डेंटिस्ट कपल की बिगड़ती बात बनीं

11 साल से शादी के बंधन में बंधे गोरखपुर के प्रतिष्ठित डेंटिस्ट कपल डॉ। रुचि अग्रवाल और डॉ। गौरांग श्रीवास्तव की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। दोनों कपल के बीच शादी के कुछ सालों तक सब कुछ ठीक था। धीरे-धीरे वर्क प्रेशर ने उनकी जिंदगी में खटास डालनी शुरू कर दी। छोटी-छोटी बात पर मन मुटाव होने लगा। प्यार तो दोनों के बीच खूब था, इसलिए इसे बचाना भी जरूरी था। रिश्ते पर कोई खराब असर न पड़े, इसलिए डॉ। गौरांग ने अपनी ओर से कोशिश की और एक दिन डॉ। साहब ने बीबी के केबिन को फिल्मी अंदाज में गुलाब से भर दिया। टेबल पर आई एम सॉरी लिखी चिट भी रख दी। केबिन में पहुंची रुचि को यह सरप्राइज काफी पसंद आया आरै वह ज्यादा नाराज नहीं रह सकीं। उनकी बीच कई दिनों की नाराजगी पहल भर में ही एक रोज से ठीक हो गई। दोनों का कहना है कि उन्हें वो दिन कभी नहीं भूलता और उसके बाद से उन्होंने अपने घर में भी गुलाब का फूल लगा रखा है।

हाई डिमांड में रेड रोजज

वेलेंटाइन डे की शुरुआत होने के साथ ही गुलाब के बाद भी उसकी तरह सुर्ख होकर आसमान छूने लगे हैं। फूल विक्रेता विजय कुमार रावत ने बताया कि उनके पास रेड, व्हाइट, ऑरेंज, पिंक , येलो और लाइट पिंक कलर के रोज अवेलबल हैं। पर इन सब में सबसे ज्यादा डिमांड रेड रोज की है। सभी तरह के फ्लावर बंगलुरु, नासिक, बनारस, दिल्ली, कानपुर और लखनऊ से मंगाए गए हैं। सिंगल रोज की कीमत 30 रुपए से 50 रुपए, जबकि बुके का रेट 150 से 1000 तक है।

गुलाब का हर रंग कुछ कहता है

रोज प्रतीक

रेड रोज - प्यार का प्रतीक

व्हाइट रोज - शांति का प्रतीक

येलो रोज - दोस्ती का प्रतीक

ऑरेंज रोज - अट्रैक्शन का प्रतीक

पर्पल रोज - पैशन का प्रतीक

डार्क पिंक रोज - इन्नोसेंसी और प्रेज का प्रतीक

लाइट पिंक रोज - थैंकफुलनेस का प्रतीक