गोरखपुर (ब्यूरो)। जमीन खरीदने वाली महिला जब कब्जा लेने के लिए पहुंची तो उसे पता चला कि उसे प्रॉपर्टी डीलर ने दूसरे की जमीन बेचकर रुपए ऐंठ लिए हैं। रामगढ़ताल थाने में केस दर्ज कर पुलिस ने जांच की और तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश किया। आरोपियों को पुलिस ने रविवार दोपहर बाद कोर्ट में पेश किया, जहां से जेल भेजा गया।

मास्टरमाइंड विवेकानंद ने खोला था ऑफिस

पकड़े गए आरोपियों की पहचान रामगढ़ताल के शिवपुरी न्यू कॉलोनी निवासी विवेकानंद गौतम, खजनी के गौड़सैरा निवासी आशुतोष सिंह और कैंट बेतियाहाता निवासी वसीम अहमद उर्फ विक्की के रूप में हुई है। एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर, एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने रविवार को पुलिस लाइंस में संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर पकड़े गए आरोपियों के बारे में जानकारी दी। एसएसपी ने बताया कि मास्टरमाइंड विवेकानंद गौतम ने कठउर में अपना ऑफिस खोला था। उससे जमीन लेने के लिए उरूवा की अध्यावती ने संपर्क किया। इसके बाद आरोपियों ने एक जमीन रामगढ़ताल इलाके में दिखाया। जमीन पसंद आने पर दाम तय हुआ तो आरोपियों ने 17 लाख रुपये की मांग की।

बाद में फर्जी होने की मिली जानकारी

इसके बाद वसीम ने एक फर्जी इंद्रावती को खड़ा करके जमीन का बैनामा चार साल पहले करा दिया और खाते में रुपया ले लिया। जमीन पर 2021 में जब अध्यावती निर्माण कराने पहुंची तो पता चला कि उसे जिस इंद्रावती के जमीन बेचा है, वह फर्जी है। इसके बाद उसने प्रॉपर्टी डीलर विवेकानंद से संपर्क किया, लेकिन उसने धमकी देते हुए भगा दिया। प्रार्थना पत्र पर एसएसपी ने केस दर्ज करने का आदेश दिया। पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि वसीम ने ही एक महिला को खड़ा करके फर्जीवाड़ा किया है। जांच के बाद एसओ इत्यानंद पांडेय, चौकी इंचार्ज अरुण कुमार सिंह ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने बताया कि फर्जी तरीके से इंद्रावती बनी महिला की तलाश में पुलिस टीमें लगी हैं, जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आरोपियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जाएगी।