गोरखपुर (ब्यूरो)। लोकसभा चुनावों को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन परीक्षा को लेकर कोई निर्णय नहीं ले पा रहाथा। ऐसा इसलिए कि चुनाव की प्रक्रिया में विश्वविद्यालय परिसर के बड़े हिस्से का इस्तेमाल निर्वाचन आयोग करता रहा है। मतदानकमिर्यों के प्रशिक्षण, उनकी पोङ्क्षलग स्थलों की ओर रवानगी और मतपेटिका को रखने से लेकर मतगणना तक में विश्वविद्यालय परिसर का इस्तेमाल होता रहा है। इसके चलते विश्वविद्यालय प्रशासन चुनाव की तिथि की घोषणा करने का इंतजार कर रहा था। चूंकि अब वह तिथि घोषित हो चुकी है, ऐसे में विश्वविद्यालय ने परीक्षा की घोषणा भी कर दी है।

डेटट के लिए होगी मीटिंग

परीक्षा की तिथियों को तय करने के लिए जल्द ही जिला प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन बैठक की संयुक्त बैठक होगी। बीते वर्षों में वार्षिक परीक्षाएं मार्च के दूसरे पखवारे में शुरू हो जाती थीं, जबकि सम सेमेस्टर की परीक्षाएं मई-जून में होती थीं। जून की चिलचिलाती धूप में पिछले वर्ष कई विद्यार्थी परीक्षा केंद्र पर बीमार हो गए थे। इसे देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन जून में परीक्षाएं नहीं कराना चाहता।

मई के अंत और जून के पहले सप्ताह में चुनावी गतिविधियां संपन्न होंगी। चुनावों से परीक्षा की तिथियां न टकराएं और अगला सत्र भी समय से शुरू हो, इसे देखते हुए नौ अप्रैल से 20 मई के बीच परीक्षाएं संपन्न कराने की कोशिश की जाएगी। जिला प्रशासन से इसे लेकर सलाह ली जाएगी।

प्रो। पूनम टंडन, वाइस चांसलर, डीडीयूजीयू