गोरखपुर (ब्यूरो).इसका फायदा यह हुआ कि इस साल बिना लोड शेडिंग के बिजली सप्लाई हो पाई, लेकिन विकास की रफ्तार व बिजली की मांग इतनी तेज है कि अगले साल यह बिजली घर फिर से ओवरलोड हो जाने की पूरी सम्भावना है। क्षेत्र में तेजी से नए वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों का निर्माण हो रहा है।

ये नए बिजली घर बनाने का प्रस्ताव

- कलेक्टरी कचहरी या कचहरी क्लब में जीआईएस बिजली घर बनाया जाए

- नंदानगर में बिजली घर बनाकर उससे बिछिया को भी जोडऩे का प्रस्ताव

शहर में बढ़ते विद्युत लोड को देखते हुए दो बिजली घर बनाने की आवश्यकता है। क्योंकि शाहपुर व टाउनहाल बिजली घर ओवरलोड की जद में आ गए है। इन बिजली घरों से जुड़े क्षेत्रों में लगातार बिजली की मांग बढ़ रही है। उसे देखते हुए रिवैम्प डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम में दो और बिजली घर बनाने का प्रस्ताव भेजा है।

ई। यूसी वर्मा, एसई नगरीय विद्युत वितरण मंडल