गोरखपुर (ब्यूरो).डॉयल 112 पर आने वाली आपातकाल कॉल पर पीआरवी तत्काल पहुंचती है। थाने की पुलिस से बिल्कुल अलग इनका काम होता है। अधिकतर मामलों में थाने की पुलिस बाद में पहले पीआरवी मौके पर पहुंचकर केस हैंडल कर उसे सॉल्व करती है।

पब्लिक पोल में परफॉर्मेंस

जून 72 परसेंट संतुष्ट

जुलाई 74.5 परसेंट संतुष्ट

अगस्त 77.6 परसेंट संतुष्ट

सितंबर 77.6 परसेंट संतुष्ट

फैक्ट फिगर

जिले में फोर व्हीलर पीआरवी 47

टू व्हीलर 31

पुलिसकर्मी 553

महिला पुलिसकर्मी 41

केस 1

सुसाइड से पहले पहुंची पीआरवी

8 अक्टूबर को कोतवाली इलाके के मुक्तिधाम नदी में एक महिला कूदने जा रही थी। पीआरवी ने देखा कि एक महिला नदी में कूदने का प्रयास कर रही थी। पीआरवी कर्मियों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर पहले महिला को अच्छे से समझाया। इसके बाद महिला ने सुसाइड का इरादा बदला। पीआरवी कर्मियों ने उस महिला के घर जाकर उसे सकुशल छोड़ा और उसकी मां को भी समझाया।

केस 2

डूबते व्यक्ति की बचाई जान

16 अक्टूबर को तिवारीपुर इलाके में डोमिनगढ़ पुल से गुजर रहे एक व्यक्ति जो सामने ट्रेन आता देख नदी में कूद गया। उसकी जान पीआरवी टीम ने बचाई। केवल मौखिक सूचना पर पहुंची पीआरवी ने वहां मछुआरों को बुलाया और तत्काल नदी में डूब रहे व्यक्ति को तलाश कर सकुशल नदी से निकाला। इसके बाद पीआरवी ने उस व्यक्ति को घर पहुंचाया। जहां पर परिवार वालों ने पूरी टीम को खूब आशीर्वाद दिया।

केस 3

बच्चों के तस्कर पकड़वाए

तिवारीपुर इलाके में संदिग्ध कार की सूचना पर पीआरवी पहुंंची। उस कार में कुछ लोग एक बच्चे को अपने साथ जबरदस्ती लेकर जा रहे थे। टीम ने सभी संदिग्ध से बात की तो इस बात का खुलासा हुआ। इसके बाद पीआरवी ने संदिग्ध युवकों को तिवारीपुर थाने की पुलिस को सौंप दिया। बाद में संदिग्ध युवक बच्चों के तस्कर निकले।

पीआरवी का रिस्पांस टाइम बहुत अच्छा है। इधर कई मामलों को सॉल्व करने में पीआरवी की अच्छी भूमिका रही है। पब्लिक अप्रूवल सिस्टम में भी हर माह पीआरवी की परफार्मेंस अच्छी रहती है।

डॉ। गौरव ग्रोवर, एसएसपी गोरखपुर