गोरखपुर (ब्यूरो)। वहीं गल्र्स स्टूडेंट्स के लिए इन दिनों बड़ा चैलेंज मंथली पीरियड के दौरान इस्तेमाल होने वाला सेनेटरी पैड के एवेलेबल नहीं होने पर उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हालांकि जब दैनिक जागरण आर्ईनेक्स्ट की महिला रिपोर्टर ने कैंपस में पढऩे वाली गल्र्स स्टूडेंट्स को होने वाले इस प्रॉब्लम को लेकर उनकी राय जानी तो सभी ने सेनेट्री नैपकिन मशीन के यूजलेस होने की बात बताई। वहीं यूनिवर्सिटी प्रशासन इस इस समस्या के समाधान के बजाय अब तक इस पर उदासीन नजर आ रहा है।

गल्र्स के लिए बड़ा चैलेंज

बता दें, गल्र्स के लिए सबसे बड़़ी प्राब्लम होती है, मंथली पीरियड की, जिसे लेकर वह अनकंर्फटेबल फील करती हैैं, उन्हें काफी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है। यूनिवर्सिटी कैंपस में इन्हीं समस्याओं के समाधान के लिए सेनेट्री मशीन लगाए गए हैैं। लेकिन उसमें पैड नहीं होने से काफी दिक्कतें होती हैैं। हालांकि मंथली पीरियल जो हर लेडीज के लिए एक डिफिकल्ट फेस होता है। लेकिन यूनिवर्सिटी के जिम्मेदार इस समस्या का समाधान नहीं कर सके हैैं। वहीं स्टूडेंट जाहन्वी बताती हैैं कि पीरियड्स आने पर वह बेहद घबरा जाती हैैं। उस टाइम पर सैनिटरी पैड को लेकर कई बार प्रॉब्लम भी फेस करती है। लेकिन जब वह यूनिवर्सिटी कैंपस में लगे सेनिट्री मशीन में पैड्स के लिए पहुंंची तो उन्हें निराशा हाथ लगी। वह किसी तरह से दूसरे गल्र्स की मदद से बाहर से पैड खरीद सकी।

सेनेट्री मशीन बना खाली डब्बा

इन डिपार्टमेंट के पास लगा है सेनेट्री मशीन

- आर्ट फैक्लटी

- मैथमेटिक्स

- फिजिक्स

- बॉटनी

- केमिस्ट्री

- सोशियोलॉजी

- साइक्लॉजी

- कॉमर्स

मैं 3,4 महीनों से देख रही हूं सेनेट्री मशीन बंद पड़ा हुआ है। जिसकी वजह से मैं अपने एजेट्स अपने पास ही रखती हूं।

नंदिनी मिश्रा

सेनेट्री मशीन बस ऐसे ही पड़ी हुई हैं, जिसके लिए हमको हमेशा टेंशन लगी रहती है कि कहीं कभी इमरजेंसी न पड़ जाए।

सुप्रिया पाठक

पिछले कई महीनों से मैने मशीनों को बंद पड़े हुए ही देखा है, पर वाकई में हमारे लिए बहुत जरूरी है कि मशीनें ऐसे खाली न पड़ी रहें।

अन्नया पांडेय

कैंपस में लगाए गए सेनेट्री मशीन में आखिरकार क्या समस्या आ रही है। इसको लेकर जिम्मेदार से बात की जाएगी। गल्र्स के इस समस्या के समाधान किए जाएंगे।

प्रो। पूनम टंडन, वीसी, डीडीयूजीयू