गोरखपुर (ब्यूरो)। इसके लिए वह नेट पर सर्च करते रहते हैं कि आफ्टर ट्वेल्थ वे कैसे अपने स्टार्टअप शुरू करें। कई बार गलत जानकारी उन्हें प्रॉब्लम में भी डाल सकती है, इसलिए सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने बच्चों को बिजनेस के लिए सही दिशा देने की ठानी है। इसी सोच के साथ सीबीएसई समर वेकेशन में स्टूडेंट्स को स्टार्टअप की भी ट्रेनिंग देगा। ये क्लासेस 11वीं और 12वीं के स्टूडेंट के लिए होंगी।

शुरू होगी क्लास

सीबीएसई स्कूल स्टूडेंट को समर वेकेशन के दौरान स्टार्टअप की ट्रेनिंग देंगे। समर वेकेशन के दौरान डांस, म्यूजिक, स्पोट्र्स जैसी ढेरों एक्टिविटीज के साथ ही स्टार्टअप भी स्टूडेंट की ट्रेनिंग का हिस्सा होगा। सीबीएसई कॉआडिनेटर गुरमीत कौर ने बताया कि स्टूडेंट की रुचि अब स्टार्टअप में ज्यादा है। इसे लेकर वे क्लास में भी इससे जुड़े सवाल पूछते हैं। आगे अपने बिजनेस को कैसे करें और उसमें सक्सेसफुल कैसे हो, स्टूडेंट््स के इस क्वेश्चन को दूर करने के लिए सीबीएसई ने ये फैसला लिया है।

स्टूडेंट्स की स्ट्रेटजी क्या

स्टार्टअप की क्लास में स्टूडेंट से पूछा जाएगा कि वे कौन सा बिजनेस करना चाहते हैं। इसके अनुसार ही उन्हें स्टार्टअप के लिए गाइड किया जाएगा। क्लास के दौरान बच्चे भी अपने-अपने विचार रखेंगे कि वे कैसा बिजनेस करने की सोच रहे हैं। क्या स्ट्रेटेजी है। इससे स्टूडेंट की नॉलेज का भी पता चलेगा कि वे आगे बिजनेस करने योग्य है या नहीं। यही नहीं, स्टूडेंट का वीक में एक दिन टेस्ट भी लिया जाएगा। इसमें उन्होंने पूरे हफ्ते जो सीखा है वह बताना होगा।

बिजनेसमैन करेंगे गाइड

स्टार्टअप की क्लास के साथ इन सभी स्टूडेंट के लिए देश दुनिया में नाम कमाने वाले बिजनेस मैन से मिलवाया जाएगा। ये उन्हें बिजनेस कैसे करे, बिजनेस के दौरान आने वाली प्रॉब्लम को कैसे फेस करें आदि की जानकारी देंगे। बच्चों के बिजनेस से जुड़े जो भी क्वेश्चन होंगे उनका भी जवाब ये एक्सपर्ट देंगे। स्टार्टअप कैसे डेवलप किया जाता है। इसके क्या लाभ होते हैं। किस प्रकार के प्रोडक्ट की सोच के साथ इसे शुरू कर सकते हैं। इसका मार्केट कितना फायदेमंद है। इन सभी क्वेश्चन के आंसर स्टूडेंट को स्कूल में ही मिलेंगे, उन्हें प्रैक्टिकल भी कराया जाएगा।

बच्चे क्लास में स्टार्टअप से जुड़े तमाम क्वेश्चन पूछते थे। इसके लिए ये स्टार्टअप क्लासेज शुरू की गई हैं। इससे स्टूडेंट की काफी हेल्प होगी।

गुरमीत कौर, सिटी कोऑर्डिनेटर, सीबीएसई

स्टार्टअप की क्लासेज में समय-समय पर उन्हें एक्सपर्ट भी गाइड करने के लिए आएंगे। बच्चों के जो क्वेश्चन होंगे, वे उनसे भी पूछ सकते हैं।

नीलम सिंह, प्रिंसिपल, संत अतुलानंद स्कूल

फैक्ट एंड फीगर

300 सीबीएसई स्कूल हैं वाराणसी जिले में

11वीं और 12वीं के बच्चों के लिए होगी स्टार्टअप स्टडी