गोरखपुर (ब्यूरो)। पहले सेशन में बीएचयू के एमिरिटस प्रो। अशोक कुमार कौल ने द न्यूनेस इन सोशियोलॉजी, सेकेंड सेशन में हरि सिंह गौर यूनिवर्सिटी सागर मध्य प्रदेश के प्रो। काली नाथ झा ने वीमेन वल्ड्र्स इश्यूज एंड चैलेंजेज एवं तीसरे सेशन में शिवाजी यूनिवर्सिटी कोल्हापुर, महाराष्ट्र के प्रो। जगन कराडे ने रिव्यू लिटरेचर एंड इट्स लिंकेज विषय पर व्याख्यान दिया।

मास मीडिया का महत्व बढ़ा

बीएचयू के एमिरिटस प्रो। अशोक कुमार कौल ने बताया कि कि हमारा समाजीकरण करने वाली प्राथमिक संस्थानों में परिवर्तन आ रहा है। अब इसमें प्राथमिक समूहों की जगह द्वितीयक समूहों एवं मास मीडिया का महत्व बढ़ा है। प्राथमिक संबंधों में दूरियां बढ़ती जा रही हैं। परंपरागत चीजों में अनेकों प्रकार के परिवर्तन आते जा रहे हैं। आज हमारे सामने समाजशास्त्र में नए-नए मुद्दे दिखाई दे रहे हैं जिस पर अध्ययन करना अति आवश्यक है। साथ ही दूसरे सेशन में हरि सिंह गौर यूनिवर्सिटी सागर मध्य प्रदेश के प्रो। काली नाथ झा ने ऋषि परंपरा से लेकर वर्तमान समाज में हो रहे परिवर्तन को रेखांकित किया।

नारीवाद की बात बताई

उन्होंने बताया कि हम अपनी संस्कृति को भूलकर विकास की बात नहीं कर सकते हैं। उन्होंने नारीवाद के विकास की बात बताई और यह भी बताया कि हमारे समाज के विकास में महिलाओं का क्या योगदान है। तीसरे सेशन में शिवाजी यूनिवर्सिटी कोल्हापुर, महाराष्ट्र के प्रो। जगन कराडे ने बताया कि शोध में साहित्य समीक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। साहित्य समीक्षा के आधार पर चयनित शोध विषय ही महत्वपूर्ण और प्रासंगिक होता है। शोध से पहले साहित्य समीक्षा का ग्राफिकल प्रेजेंटेशन बनाया जाना चाहिए। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम समन्वयक प्रो। संगीता पांडेय ने किया। इस दौरान देश के विभिन्न महाविद्यालयों एवं यूनिवर्सिटी के 70 से अधिक शिक्षक प्रतिभागियों की उपस्थिति रही।