गोरखपुर (ब्यूरो)। बदमाशों की गोरखपुर के रास्ते नेपाल भागने की खबर पुलिस को मिली। जिसके बाद बदमाशों के नेपाल पहुंचने से पहले ही पंजाब पुलिस की मदद से गोरखपुर की एसओजी, स्वॉट टीम और कैंट पुलिस ने तीनों को पकड़ लिया। नामी डॉन लॉरेंस बिश्नोई के खास बदमाश गोल्डी बराड़ गैंग के तीनों बदमाशों ने चंडीगढ़ में एक व्यापारी से तीन करोड़ की रंगदारी मांगी थी। रंगदारी नहीं देने पर बदमाशों ने व्यापारी के घर पर फायरिंग भी की। पंजाब पुलिस बदमाशों की तलाश कर रही थी।

मोहाली के हैं तीनों बदमाश

तीनों बदमाश पंजाब मोहाली के ही रहने वाले हैं। अब तीनों को पंजाब पुलिस यहां से गिरफ्तार कर पंजाब ले गई। वहीं, एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर ने गोल्डी बराड़ गैंग बदमाशों को गिरफ्तार करनी वाली टीम को शबाशी दी है। बदमाशों की पहचान पंजाब मोहाली के देवीनगर अबरोवास थाना बनुर के रहने वाले कमल प्रीत सिंह और अमृतपाल सिंह उर्फ गुज्जर और पंजाब मोहाली के ही अमलाला थाना डेराबसी के रहने वाले प्रेम सिंह के रूप में हुई।

फोन नहीं उठाया तो घर पर की फायरिंग

पंजाब के सेक्टर 5 थाना नार्थ चंडीगढ़ निवासी ईंट भ_ा व्यवसायी कुलदीप सिंह कक्कड़ से गोल्डी बरार गैंग के तीन बदमाशों ने तीन करोड़ की रंगदारी मांगी थी। कुलदीप सिंह ने इसे अनसुना कर दिया और बदमाशों का फोन उठाना भी बंद कर दिया था। जिसके बाद बदमाशों ने 19 जनवरी की भोर में उनके घर पर चढ़कर फायरिंग कर दी थी। इस मामले में कुलदीप सिंह ने थाना नार्थ चंडीगढ़ में धारा 384, 336,506,120 बी भादवि व 25/27/54/59 आर्म्स एक्ट के तहत अज्ञात बदमाशों पर केस दर्ज कराया था।

पंजाब से पटना पहुंचे थे बदमाश

इस मामले की विवेचना में कमल प्रीत सिंह पुत्र इन्दरजीत सिंह निवासी ग्राम देवीनगर अबरोवास थाना बनुर जिला मोहाली पंजाब, अमृतपाल सिंह उर्फ गुज्जर पुत्र शमशेर सिंह निवासी ग्राम कलौली थाना बनुर जिला मोहाली पंजाब व प्रेम सिंह पुत्र भगवान सिंह निवासी ग्राम अमलाला थाना डेराबसी जिला मोहाली पंजाब का नाम प्रकाश में आया। चंडीगढ़ की पुलिस ने जब उनकी तलाश शुरू की तब वे पटना भाग गए थे।

पटना से गोरखपुर पहुंचे थे बदमाश

तीन दिन पटना रहने के बाद उन्होंने गोरखपुर के लिए बस पकड़ी थी। इस बीच सर्विलांस की मदद से चंडीगढ़ पुलिस ने उनका लोकेशन ट्रेस कर लिया और गोरखपुर स्ह्रत्र से मदद मांगी। एसओजी प्रभारी मधुपनाथ मिश्रा और उनकी टीम ने रेलवे बस स्टेशन के पास से तीनों आरोपितों को दबोच लिया। आरोपितों का कहना है कि वह बस से दिल्ली जाने वाले थे। पुलिस का मानना है कि वह नेपाल भागने के फिराक में थे। गोरखपुर से सोनौली के लिए बस पकडऩे की तैयारी थे कि दबोच लि गए। चंडीगढ़ पुलिस उन्हें अपने साथ ले गई।

बदमाशों को पकडऩे वाली पुलिस टीम

बदमाशों को पकडऩे में एसओजी प्रभारी मधुपनाथ मिश्रा, स्वाट टीम प्रभारी मनीष कुमार यादव, रेलवे चौकी प्रभारी महेश चौबे और पंजाब पुलिस के सुखविंदर कुमार की अहम भूमिका थी।