गोरखपुर (ब्यूरो)। यही नहीं समय से ऑनलाइन टैक्स जमा करने पर छूट का भी प्रावधान है, लेकिन नगर निगम के अफसरों की माने तो सिर्फ 20 परसेंट ही ऑनलाइन टैक्स जमा कर रहे हैं.लेकिन बड़ी संख्या में गोरखपुराइट्स निगम के टैक्स (संपत्तिकर, जलकर आदि) को टॉर्चर मान बैठे हैं। निगम कार्यालय में और सोशल मीडिया पर शिकायत-शिकवा कर टैक्स भरने में रुचि नहीं दिखा रहे। निगम अफसरों की मानें तो सिर्फ 20 परसेंट ही ऑनलाइन टैक्स जमा कर रहे हैं। पब्लिक को ऑनलाइन टैक्स पेमेंट के प्रति अवेयर करने के लिए अवेयरनेस प्रोग्राम करने की तैयारी है।

स्पेशल डिबेट की भी तैयारी

नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी विनय राय ने बताया कि ऑनलाइन पेमेंट को बढ़ाने के लिए स्पेशल छूट देने की तैयारी है। शासन की भी मंशा है कि कैशलेस व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए। इसी क्रम में ऑनलाइन पेमेंट करने वालों को टैक्स में और अधिक और आकर्षक छूट देने पर विचार चल रहा है। बताया कि नगर निगम की वेबसाइट पर जाकर लोग अपना टैक्स बिल भी जान सकते हैं। वहीं से तत्काल पेमेंट कर सकते हैं।

इस तरह पता कर सकते हैं टैक्स

नगर निगम की वेबसाइट नगर निगम गोरखपुर डॉट ओआरजी पर लॉगिन करके पे टैक्स ऑप्शन पर जाना होगा। इसके बाद व्यू बिल पर क्लिक करके अपना टैक्स बिल जनरेट कर सकते हैं। यहीं से टैक्स जमा करने का भी ऑप्शन रहेगा। अगर यहां से टैक्स जमा करने में दिक्कत है तो नगर निगम का क्यूआर कोड को स्कैन कर आसानी से जमा कर सकते हैं।

138 और बड़े बकायादार चिह्नित

नगर निगम ने 138 और बड़े बकायादार चिह्नित किए हैं। इन बकायादारों पर करीब दो करोड़ बकाया है। वसूली के लिए नोटिस दिया गया है। हालांकि, बकायेदारों पर कोई खास असर नहीं पड़ा है। इसके पहले निगम ने 133 बड़े बकायादारों की लिस्ट जारी की थी। इसमें भी दो करोड़ से अधिक का बकाया था। नोटिस भी जारी की गई थी। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी ने बताया कि कुछ ऐसे भी हैं, जिन्होंने 15 से 20 सालों में टैक्स जमा नहीं किया है। उन्हें भी चिह्नित किया जा रहा है।

जीआईएस का टैक्स स्लैब

जीआईएस सर्वे से टैक्स के निर्धारण के बारे में मुख्य कर निर्धारण अधिकारी ने बताया कि मान लीजिए एक हजार स्कवायर फीट में जमीन है। उस पर दो फ्लोर बने हैं तो दो हजार स्क्वायर फीट एरिया की गणना होगी। उसमें तीन कमरे हों, वार्ड में 12 फीट रोड चौड़ी, आरसीसी सड़क हो तो सालाना करीब 4 हजार रुपए टैक्स बनेगा। पुराने मकान पर कम टैक्स होगा।

नए वार्डों में जल्द जीआईएस सर्वे

नगर निगम में शामिल 10 नए वार्डों में जल्द जीआईएस सर्वे शुरू होगा। अभी तक करीब 40 वार्डों में सर्वे हुआ है। 70 वार्डों में प्रक्रिया पूरी होने वाली है। इसके बाद नए वार्ड में टीम जाएगी। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी ने बताया कि जीआईएस सर्वे जल्द पूरा होने वाला है। इसके बाद नए वार्डों में तेजी से सर्वे होगा।

फैक्ट एंड फीगर

नगर निगम के पांच जोन में 1.50 लाख आबादी

जीआईएस सर्वे में 1.40 लाख नए मकान चिह्नित

प्लाटों की संख्या 48 हजार

41 करोड़ से अधिक आवासीय टैक्स बकाया

21 करोड़ से अधिक कामॅर्शियल टैक्स बकाया

2023-24 में 15 जनवरी तक 28 करोड़ वसूली

ऑनलाइन मोड में पेमेंट 20 परसेंट

नगर निगम सभी सुविधा गोरखपुराइट्स को उपलब्ध करा रहा है। सभी को चाहिए कि समय से टैक्स जमा करें ताकि विकास में कोई बाधा न आए। जीआईएस सर्वे से घबराने की जरूरत नहीं है। जमीन-मकान के हिसाब से टैक्स में मामूली बढ़त हो रही है। सभी लोग ऑनलाइन मोड में टैक्स जमा परेशानियों से बचें।

दुर्गेश मिश्र, अपर नगर आयुक्त