गोरखपुर (ब्यूरो)।पिछले दिनों बकाएदारी में काटे गए कनेक्शनों की भी जांच होगी। अगर बिना बिजली बिल पेमेंट के बिजली जलती मिली तो कंज्यूमर के खिलाफ बिजली चोरी का केस दर्ज होगा।

3692 पर 5 लाख से ज्यादा बकाया

बिजली निगम ने अपने बड़े बकाएदारों की लिस्ट तैयार कर ली है। इसमें 50 हजार रुपए से एक लाख रुपए तक के 4,751 कंज्यूमर हैं, जबकि एक लाख से पांच लाख रुपए तक के 3,692 कंज्यूमर हैं। इनमें डिविजन वार बकाएदारों की लिस्ट भी तैयार की गई है। 50 हजार रुपए से एक लाख रुपए तक के बकाए में सबसे अधिक फस्र्ट डिविजन के नार्मल बिजली घर के कंज्यूमर हैं। यहां 398 कंज्यूमर्स ने अपने बिजली बिल का पेमेंट नहीं किया है। जबकि, लालडिग्गी में 372 कंज्यूमर हैं।

सेकेंड डिवीजन में बड़े बकाएदार

ऐसे ही फस्र्ट डिविजन के अलग अलग बिजली घरों में बकाएदार कंज्यूमर हैँ। सेकेंड डिविजन में सूरजकुंड बिजली घर में 440 कंज्यूमर, इंडस्ट्रियल इस्टेट बिजली घर के 380 कंज्यूमर बड़े बकाएदार हैं। जबकि। थर्ड डिविजन के तीन बिजली घर में 446 कंज्यूमर बकाएदार हैं। वहीं, राप्तीनगर डिविजन के पांच बिजली घर में कुल 522 बकाएदार कंज्यूमर हैं। ऐसे ही एक लाख रुपए से पांच लाख रुपए तक के बकाए में सबसे अधिक बक्शीपुर बिजली के कंज्यूमर हैं। यहां 379 कंज्यूमर ऐसे हैं, इन पर 1 लाख रुपए से लेकर पांच लाख रुपए तक का बकाया है।

इन बकाएदारों पर अभियान चलाया जाएगा। बकाएदारी वसूलने के लिए सभी अवर अभियंताओं को टारगेट दिया गया है।

- ई। यूसी वर्मा, एसई शहर