गोरखपुर (ब्यूरो)। वीसी प्रो। पूनम टंडन के मार्गदर्शन में यूनिवर्सिटी की वेबसाइट के रिन्यूवल कर रिसर्च के टीचर्स व स्टूडेंट्स को जागरुक करना है। इसी क्रम में विश्वविद्यालय ने अपनी वेबसाइट पर कुछ महत्वपूर्ण वेबलिंक्स उपलब्ध कराए हैं। इसमें जर्नल ढूंढऩा, जर्नल्स के इंडेक्सिंग पता करना एवं नकली या मानक के नीचे जर्नल्स के बारे में जानकारी उपलब्ध है। इससे ना सिर्फ रिसर्च की क्वालिटी में सुधार होगा बल्कि इसका प्रत्यक्ष लाभ रैंकिंग में भी दिखेगा। यह सुविधा खासकर कला, वाणिज्य एवं शिक्षा संकाय के शिक्षकों एवं शोधार्थियों के लिए वरदान साबित होगी।
ताकि मिल सके सहूलियत
वीसी प्रो। पूनम टंडन ने बताया कि 'शोध के स्तर को बढ़ाने की दिशा में हमने कुछ लिंक्स उपलब्ध कराए हैं। इनसे विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के शिक्षकों एवं शोधार्थियों को अपने विषय के अनुरूप जर्नल्स को चुनने तथा मानक से नीचे जर्नल्स में शोधपत्र भेजने से बचने की सुविधा मिलेगी। जिससे विश्वविद्यालय की इंटरनेशनल छवि एवं रैंकिंग में व्यापक सुधार होगा। वहीं वेबसाइट प्रभारी डॉ। अंबरीश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि 'वेबसाइट पर आदि इंटरनेशनल प्रकाशकों से अपने शोध के विषय-अनुरूप जर्नल्स को ढूंढने एवं फर्जी जर्नल्स में अपने शोध-पत्र छापने से बचने की सहूलियत मिलेगी। साथ ही सबकी सुविधा शामिल जर्नल्स की सूची का श्रोत भी दिया गया है।