गोरखपुर (ब्यूरो)। रियलिटी चेक

बिजली बिल दुरुस्त कराने, मीटर से जुड़ी प्रॉब्लम और कनेक्शन लेने आदि के लिए सिटी के कंज्यूमर्स परेशानी झेल रहे हैं। एसई के निर्देश पर शहर के चारों डिविजन में बनाई गई हेल्प डेस्क वर्तमान में हेल्पलेस बन कर रह गई है। सभी डिविजन से हेल्पडेस्क का पता तक नहीं चल रहा है। सिर्फ दीवारों में ही नाम लिखा है। यदि कंज्यूमर्स अपनी प्रॉब्लम लेकर पहुंचता है तो उसका समाधान भी तत्काल नहीं हो पाता है। इसलिए सरकरी मंशा पर लगातार पानी फिर जा रहा है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने हेल्प डेस्क का पड़ताल की तो यह सच आया सामने।

शाहपुर बिजली घर

11 बजे शाहपुर बिजली घर पहुंचा, जहां न तो हेल्प डेस्क लिखा बोर्ड मिला और ना ही बिजली कर्मी ही दिखे। इसके बाद में एक कर्मचारी से पूछा गया तो अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पहले हेल्थ डेस्क था लेकिन कुछ ही दिन तक कर्मचारी तैनात रहे। इस समय कोई नहीं रहता है। कंज्यूूमर्स की समस्या का समाधान ऑफिस के अंदर ही किए जाते हैं।

राप्तीनगर बिजली घर

12 बजे राप्तीनगर बिजली घर का आलाम यह है कि जहां पहले हेल्थ डेस्क हुआ करता था। वहां पर सौर ऊर्जा स्कीम का बैनर लगा नजर आया। मेज और कुर्सिया दिखाई नहीं दी। कर्मचारी का दूर दूर तक पता नहीं था। उधर बिजली से जुड़ी समस्याओं का समाधान के लिए जो भी कंज्यूमर्स आ रहे थे। उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। जबकि अक्सर बिजली निगम कंज्यूमर्स को प्रॉब्लम को साल्व करने का दावा करता रहता है।

शास्त्री चौक बिजली घर

12.30 बजे शास्त्रीचौक बिजली घर में बिजली बिल जमा करने तीन काउंटर बने हैं। शटर के बगल में सिर्फ मेज नजर आया। मेज के सामने हेल्थ डेस्क का बैनर लगा दिखाई दिया। लेकिन यहां पर कंप्लेन दर्ज करने वालों कोई कर्मी नहीं दिखाई पड़ा। कंज्यूमर्स सीधे अफसर के केबिन या फिर कर्मचारी के पास पहुंच रहे थे तो कुछ अपनी प्रॉब्लम बिना बताए ही घर लौट गए।

बक्शीपुर बिजली घर

1 बजे बक्शीपुर बिजली घर के बिलिंग काउंटर पर पहुंचा। कई कंज्यूमर्स अपना बिजली बिल लेकर काउंटर खुलने का वेट करते हुए नजर आए। दूसरे तरफ दीवारों में हेल्थ डेस्क संकेत नजर आया लेकिन यहां पर कर्मचारियों का पता नहीं चला। कंज्यूमर्स ने बताया कि समस्याओं के समाधान के लिए बिजली निगम व्यवस्था में सुधार की बात करता है लेकिन हकीकत है कुछ और हैं।

मोहद्दीपुर बिजली घर

1.30 बजे मोहद््दीपुर बिलिंग काउंटर पर कुछ कंज्यूमर बिल जमा करते दिखे तो दूसर तरफ हेल्थ डेस्क का बोर्ड गायब मिला। मेज और कुर्सिया खाली मिलीं। कोई कर्मचारी भी नजर नहीं आया। एक कर्मी से जब बातचीत की गई तो उनका कहना है कि समस्याओं के समाधान के लिए सीयूजी मोबाइल मिला है। इसी पर कंज्यूमर्स की प्रॉब्लम को सुन लिया जाता है।

बिल बनवाने के लिए इस नंबर पर करें कॉल

एजेंसी क्वैश कार्प की ओर से जारी हेल्प डेस्क नंबर 8858645757 और 8858058042 पर कॉल

सीई के कंट्रोल रूम में स्टाफ नहीं

मोहद्दीपुर स्थित चीफ इंजीनियर कार्यालय में कंज्यूमर्स की प्रॉब्लम को दूर करने के लिए कंट्रोल रूम की स्थापना की गई हैं। साथ ही प्रॉब्लम के समाधान के लिए कंट्रोल रूम का नंबर 9415737209 जारी किया गया है।

बिजली बिल में गड़बड़ी थी, जिसे दुरुस्त कराने के लिए बिजली ऑफिस पहुंचा लेकिन हेल्प करने वाला कोई नहीं मिला। कहीं बिजली कनेक्शन कट न जाए। इसलिए काउंटर पर बिल जमा करना पड़ रहा है।

गुल्जारी यादव, हुमायूंपुर

दो किलोवॉट का कनेक्शन है। अक्सर बिजली का बिल गड़बड़ आता है। बिना रीडिंग लिए ही टेबल बिल बनाया जा रहा है। मीटर बदलने के लिए चार्ज भी जमा हो चुका है। मगर मीटर नहीं बदला गया।

अबिबुल रहमान, बख्तीयार मोहल्ला

कंज्यूमर्स की समस्या के समाधान के लिए चारों डिविजन में हेल्प डेस्क बनाए गए हैं। यदि कर्मचारी नहीं बैठते हैं तो गलत हैं। इसकी जांच कराई जाएगी।

- ई। लोकेंद्र बहादुर सिंह, एसई शहर