गोरखपुर (निखिल तिवारी).बर्मिंघम में ऑर्गनाइज कॉमनवेल्थ गेम्स में गोरखपुर के होनहार विजय यादव ने देश का मान बढ़ाया है। यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड गुरुकुल पीजी कॉलेज दादरी बड़हलगंज के विजय कुमार यादव ने जूडो में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। उनकी इस उपलब्धि पर पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद अपने ट्विटर हैंडल से बधाई भी दी। लास्ट ईयर भी जयपुर में ऑर्गनाइज कॉमनवेल्थ जुडो चैंपियनशिप में विजय ने गोल्ड मेडल जीता था। विजय पिछले 3-4 सालों से नेशनल और इंटरनेशनल जूडो इवेंट में पार्टिसिपेट करने के साथ ही मेडल जीतकर तिरंगा फहराने का काम कर रहे हैं।

तूलिका ने जीता सिल्वर

कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में गोरखपुर की तूलिका मान (23) ने जूडो में देश को सिल्वर मेडल दिलाया। इससे पहले भी वह कई इंटरनेशनल कॉॅम्प्टीशन में शानदार प्रदर्शन कर चुकी हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स में यह उनका पहला पदक है। तूलिका मान शुरुआत से ही जूडो की सबसे प्रतिभावान खिलाडिय़ों में शामिल रही हैं। वो नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर कई प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। तूलिका 2019 से अंतरराष्ट्रीय जूडो फेडेरेशन के विश्व टूर में हिस्सा ले रही हैं। उन्होंने ताइपे में एशियन ओपन में कांस्य पदक अपने नाम किया था। इससे पहले 2018 में उन्होंने जयपुर में कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप जीती थी।

एनई रेलवे की प्रियंका ने जीता सिल्वर

बर्मिंघम में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स में एनई रेलवे की महिला एथलीट प्रियंका गोस्वामी ने रेस वॉक में सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया। 10 किमी। रेस वॉक उन्होंने 43 मिनट 38 सेकेंड में कंप्लीट की। प्रियंका एनई रेलवे के इज्जतनगर मंडल में ऑफिस सुप्रिटेंडेंट के पद पर कार्यरत हैं। प्रियंका गोस्वामी का प्रदर्शन लगातार बेहतर हो रहा है। टोक्यो ओलंपिक में रेस वॉक कैटेगरी में उन्होंने पहली बार इंडिया को रिप्रेजेंट करते हुए 17वीं पोजीशन हासिल की। प्रियंका गोस्वामी रांची में ऑर्गनाइज 'इंटरनेशनल वॉक चैंपियनशिप-2021Ó में 20 किमी रेस वॉक में हिस्सा लेकर एक घंटा 28 मिनट व 45 सेकेंड का समय लेते हुए गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया था।

डेफ ओलंपिक्स में आदित्या ने जीता गोल्ड

ब्राजील में हुए डेफ ओलंपिक में गोरखपुर की आदित्या यादव ने बैडमिंटन में गोल्ड मेडल जीतकर गोरखपुर के साथ ही पूरे देश का मान बढ़ाया। शहर के मैत्रीपुरम कॉलोनी निवासी दिग्विजय यादव की 12 साल की बेटी आदित्या यादव बोल और सुन नहीं सकती हैं। क्लास 8 में पढऩे वाली आदित्या ने अभी तक कुल 20 मेडल जीते हैं। आदित्या के पिता ने बताया कि आदित्या का सपना है कि एक दिन वो सिंगल में गोल्ड जीतकर देश का नाम रोशन करे। इसके लिए आदित्या लगातार प्रैक्टिस कर रही हैं।