एडीजी ने जारी किया फरमान, जोन में होगी जांच

गोरखपुर पुलिस कर्मचारियों का बदला जा रहा कार्यक्षेत्र

GORAKHPUR: कानपुर के हिस्ट्रीशीटर, आठ पुलिस कर्मचारियों के मर्डर में फरार विकास दुबे से पुलिस कर्मचारियों के नजदीकी संबंध होने की बात सामने पर अलर्ट जारी हुआ है। एडीजी जोन दावा शेरपा ने सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को पत्र भेजकर ऐसे पुलिस कर्मचारियों को चिह्नित करने को कहा है। जिनका किसी हिस्ट्रीशीटर, माफिया या आपराधिक छवि के व्यक्ति से संपर्क हो। एडीजी के निर्देश के बाद एसएसपी डॉ। सुनील गुप्ता ने कार्रवाई शुरू कर दी है। एसएसपी ने कहा कि लंबे समय से थानों पर जमे पुलिस कर्मचारियों के ट्रांसफर किए जा रहे हैं। चार सौ पुलिस कर्मचारियों का कार्य क्षेत्र बदला जा चुका है।

बदमाशों की सांठगांठ की होगी तलाश

कानपुर की घटना में हिस्ट्रीशीटर से थानेदार के अच्छे संबंधों की बात सामने आई है। थानेदारों की मुखबिरी से पुलिस टीम पर हमला हुआ, जिसमें मौके पर आठ लोग शहीद हो गए। इसको देखते हुए एडीजी दावा शेरपा ने सभी एसएसपी, एसपी को पत्र भेजकर इस बात की जांच के निर्देश दिए हैं। एडीजी ने कहा है कि माफिया पर कार्रवाई के साथ-साथ पुलिस के साथ बदमाशों की सांठगांठ के बारे में जांच करा लें। इस तरह का मामला सामने आने पर कार्रवाई की जाएगी।

थानेदार, सिपाहियों की भूमिका हुई है जांच

गोरखपुर जिले में पहले भी पुलिस कर्मचारियों की सांठगांठ का मामला सामने आ चुका है। जेल में बंद शातिर चंदन सिंह के साथ थानेदारों की मिलीभगत सामने आई थी। इसके अलावा शहर के कुछ माफिया और हिस्ट्रीशीटर के मददगार बनकर पुलिस कर्मचारी पाए गए थे। तब सख्त कार्रवाई करते हुए पुलिस अधिकारियों ने ऐसे पुलिस कर्मचारियों को जोन से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। 2017 में पशु तस्करों संग संबंध की बात होने पर सिपाही का गैर जनपद तबादला किया गया। एक थानेदार की भूमिका भी सवाल उठे थे। लेकिन बाद में फाइल बंद हो गइर्

वर्जन

थाने और पुलिस चौकियों पर तैनात पुलिस कर्मचारियों के कार्यक्षेत्र में फेरबदल किया जा रहा है। लंबे समय तक थाने पर तैनात रहने से साठगांठ की संभावना रहती है। जिले में करीब चार सौ पुलिस कर्मचारियों का कार्यक्षेत्र बदला जा चुका है।

डॉ। सुनील कुमार गुप्ता, एसएसपी