बांसगांव में कुख्यात राधे को लगी पुलिस की गोली

पुलिस को चकमा देकर भागा दियारा का कुख्यात

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बांसगांव में कुख्यात राधे को लगी पुलिस की गोली

पुलिस को चकमा देकर भागा दियारा का कुख्यात

GORAKHPUR: GORAKHPUR: जिले में बदमाशों का एनकाउंटर करके जहां पुलिस अपनी हनक बनाने में जुटी है। वहीं, पिपराइच एरिया में फिरौती के लिए बच्चे के अपहरण और मर्डर में पुलिस को फजीहत होना पड़ा था। अपहरण की सूचना मिलने पर पुलिस ने कार्रवाई तो शुरू की। लेकिन पुलिस केपहुंचने से पहले बदमाशों ने बच्चे का मर्डर कर दिया था। इस घटना से पब्लिक के साथ-साथ पुलिस अधिकारी भी काफी दुखी नजर आए। बच्चे की डेड बॉडी बरामद होने पर एसएसपी डॉ। सुनील गुप्त की आंखें भी नम हो गई थी। सोमवार की दिन में बड़ा झटका झेल चुकी पुलिस ने आधी रात को कुख्यात हिस्ट्रीशीटर राधे यादव का हाफ एनकाउंटर कर दिया। राधे के खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज है। उस पर ख्भ् हजार रुपए का इनाम घोषित करके पुलिस तलाश कर रही थी। राधे के साथ ही पुलिस ने आजमगढ़ के महराजगंज, हथियागढ़ निवासी दियारा के कुख्यात अमरजीत यादव गैंग पर शिकंजा कसने की कोशिश में जुटी है। पुलिस का दावा है कि मुठभेड़ के दौरान अमरजीत का भाई रामजीत पुलिस पर गोली दागकर भाग निकला है जिसकी तलाश की जा रही है।

अचानक मिली लोकेशन, पुलिस पर दागी गोली

सोमवार की रात करीब एक बजे एसओ बांसगांव जगत नारायण सिंह को मुखबिर ने बताया कि धसका निवासी वांटेड राधे यादव अपने साथी रामजीत यादव के साथ बेलीपार की तरफ जा रहा है। एसओ ने बदमाशों की घेराबंदी शुरू कर दी। धोबहा के पास पुलिस को देखकर बदमाशों ने गोली चलानी शुरू कर दी। अपने बचाव में पुलिस ने गोली चलाई तो राधे के दाहिने पैर में गोली लगी। इस दौरान रामजीत फरार हो गया। एनकाउंटर में इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह, कांस्टेबल सुनील यादव और सद्दाम भी घायल हुए। राधे यादव के पास से फ्क्भ् बोर का एक तमंचा, तीन खोखे और चार कारतूस बरामद हुआ है। जांच में सामने आया कि बांसगांव के हिस्ट्रीशीटर राधे के खिलाफ कुल फ्ब् मुकदमें दर्ज हैं।

कुख्यात अमरजीत का भाई है रामजीत

आजमगढ़ जिले के महराजगंज, हथियागढ़ निवासी अमरजीत यादव और उसके भाई रामजीत यादव के खिलाफ गोरखपुर के विभिन्न थानों में दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। मर्डर की सुपारी लेने से लेकर रंगदारी, अपहरण और लूट के लिए कुख्यात गैंग के दक्षिणांचल के दियारा में छिपकर वारदातों को अंजाम देते थे। पूर्व एडीजी जेएन सिंह के निर्देश पर पुलिस ने रामजीत की तलाश की शुरू की तो पुराने में मुकदमे में सरेंडर करके वह जेल चला गया। सोमवार की रात पुलिस की मुठभेड़ के बाद रामजीत की सक्रियता की जानकारी सामने आई। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही उसे भी अरेस्ट कर लिया जाएगा। अमरजीत यादव गैंग के बदमाशों के खिलाफ भी कार्रवाई जारी रहेगी। यहां बता दें कि लंबे समय के बाद पुलिस हाफ एनकाउंटर किया है। इसके पूर्व नौ जून को प्रापर्टी डीलर पर गोली चलाकर भाग रहे शातिर बदमाश विपिन सिंह एनकाउंटर पुलिस ने किया था। पुलिस की गोली से घायल विपिन की उपचार के दौरान मौत हो गई थी।

राधे यादव बांसगांव थाने का हिस्ट्रीशीटर है। वह जिले के टॉप टेन अपराधियों में शामिल है। उस पर कुल फ्ब् मुकदमें दर्ज हैं। लम्बे समय से पुलिस को उसकी तलाश थी।

डॉ.सुनील गुप्ता, एसएसपी, गोरखपुर