गोरखपुर (ब्यूरो)।एडीजी जोन ने पीएआर सिस्टम के जरिए अक्टूबर में मिले पब्लिक फीडबैक के आधार पर टॉप 5 थानों की लिस्ट तैयार की है। जिन्हें सम्मानित किया जाएगा। वहीं बॉटम में आए 5 थाने सिकरीगंज, खजनी, गुलरिहा, झगहा और बड़हलगगंज का परफार्मेंस खराब रहा है। अब इन थानों के प्रभारियों पर क्या कार्रवाई होती है, ये बहुत जल्द अधिकारी तय करेंगे।

जारी हुई दो लिस्ट

एडीजी ने पीएआर सिस्टम के जरिए दो लिस्ट जारी की है। इसमे एक लिस्ट दो पिलर्स आईजीआरएस और एफआईआर के आधार पर तैयार की गई है। एडीजी ने बताया कि ये दोनों पिलर्स पब्लिक से सीधे अटैच रहता है, इसलिए इसकी एक लिस्ट अलग से तैयार की गई है। वहीं दूसरी लिस्ट पांचों पिलर्स आईजीआरएस, एफआईआर, सोशल मीडिया, अदर डिजिटल प्लेटफॉर्मस, पासपोर्ट और कैरेक्टर वेरिफिकेशन के अंतर्गत माह अक्टूबर में जिले के टॉप फाइव और बॉटम 5 थाने की लिस्ट जारी की गई है। इस तरह दोनों लिस्ट मिलाकर टॉप में 10 और बॉटम में आए 10 थानों के नाम जारी किए गए हैं।

10 को सम्मान और दस में बदलाव

इस तरह से दस थानों के थानेदारों को सम्मान दिया जाएगा। वहीं दोनों लिस्ट में बाटम में आने वाले कुल 10 थानों के थानेदारों में बदलाव की संभावना है।

दो पिलर्स में टॉप और बॉटम की लिस्ट

टॉप 5 थाने रैंक

पिपराइच 1

शाहपुर 2

पीपीगंज 3

खोराबार 4

चिलुआताल 5

बॉटम 5 थाने रैंक

सिकरीगंज 28

खजनी 27

गुलरिहा 26

झगहा 25

बड़हलगंज 24

पांच पिलर्स पर टॉप और बॉटम थाने

टॉप 5 थाने रैंक

बेलघाट 1

कैंट 2

शाहपुर 3

गीडा 4

गुलरिहा 5

बॉटम 5 थाने रैंक

कैंपियरगंज 28

सिकरीगंज 27

राजघाट 26

पीपीगंज 25

बेलीपार 24

बदले जाएंगे थानेदार

एडीजी ने पीएआर सिस्टम के अंतर्गत नियम बनाया था कि जो थाने पब्लिक फीडबैक के आधार पर लगातार तीन माह बाटम 5 में आएंगे। उन थानों के प्रभारियों को बदला जाएगा। ऐसे में बाटम में आए थानों के प्रभारियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कभी भी इनपर कार्रवाई की तलवार चल सकती है।

थानेदारों को मिलेगा प्रशस्ति पत्र

वहीं प्रत्येक माह टॉप 5 में जगह बनाने वाले थानेदारों के लिए गुड न्यूज है। जो थाने पब्लिक की नजर में अच्छे पाए गए है और लगातार तीन माह टॉप 5 में रहे हैँ। ऐसे थानों के प्रभारियों को जिले की मासिक क्राइम मीटिंग में प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।

पुलिस की कार्यप्रणाली जानने के लिए गोरखपुर जोन में पब्लिक अप्रूवल रेटिंग सिस्टम लागू किया गया है। इसका बहुत ही सकारात्मक परिणाम मिल रहा है। पीएआर सिस्टम के अंतर्गत तीन माह में मिले पब्लिक फीडबैक के आधार पर गोरखपुर के सभी थानों का रिजल्ट जारी किया गया है।

- अखिल कुमार, एडीजी