गोरखपुर (ब्यूरो).गोरखपुर पुलिस ने शनिवार को आठ लुटेरे अरेस्ट किए, इन लुटेरों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। सबसे पहले तो लुटेरों ने अपने गैंग के 31 सदस्यों के नाम बताए। जो योजना बनाकर बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र समेत उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में जाकर लूट, चोरी और ठगी करते हैं। पकड़े गए बदमाशों ने ये भी बताया कि इनके टारगेट पर महिलाएं होती हैं, जिन्हें वे आसानी से अपनी बातों में उलझा लेते हैं।

ठंडानाला जाने से घबराती है पुलिस

शनिवार को इन शातिर लुटेरों को पकडऩे में जटेपुर चौकी इंचार्ज धनंजय राय का अहम रोल रहा। वो उत्तराखंड के उधमनगर जिले के ठंडानाला गांव भी जा चुके हैं। चौकी इंचार्ज ने बताया कि वहां के प्रधान का कहना है कि आए दिन अलग-अलग राज्यों की पुलिस यहां छापा मारने आती है, लेकिन यहां पर छापा मारना बहुत कठिन है। उस गांव के लोग पुलिस टीम पर हमला करने से भी नहीं चूकते हैं।

कई बार आए, पहली बार पकड़े गए

उत्तराखंड के बदमाशों की गैंग कई बार गोरखपुर आई और लोगों को चूना लगाकर वापस जा चुकी है। पहली बार इस टीम के 8 सदस्य पकड़े गए हैं। इन बदमाशों का कहना है कि गैंग का सरगना इन्हें फ्रॉड करने की ट्रेनिंग देता है। इसके लिए ये कई फिल्में भी देखते हैं।

एक दूसरे के मामा, चाचा हैं बदमाश

उत्तराखंड का ठंडानाला गांव झारखंड के जालसाजों का गढ़ जामताड़ा की तरह ही बदनाम है। ठंडानाला की कुल आबादी करीब एक हजार होगी। यहां जो बदमाशों की गैंग तैयार हुई है, ये सभी लोग आपस में मामा, चाचा, फूफा, मौसा यानी रिश्तेदार हैं।

ऐसे करते फ्रॉड

- भगवान का नाम बताकर महिलाओं को उलझाते हैं।

- मणि दिखाकर करते मंत्रमुग्ध।

- आस-पास ही रहते हैं गैंग के अन्य सदस्य।

- एसटीएफ बनकर चेकिंग के बहाने करते लूट।

- पुलिस और क्राइम ब्रांच बनकर करते फ्रॉड।

ये हैं 31 बदमाशों के नाम

बदमाशों में असगर, फारुख, जलालू, सरापु, इकबाल, अमीर, सैफअली, लतापत, मो। रफी, रफाकत, खुशी, आरिफ, अनवर, खालिक, सादिक, नूर हसन, अकबर अली, अख्तर अली, शहिद, सेपु, युसुफ, मासूक, अयुब, सादक, नौशाद, इरफान, सद्दाम, महबूत, अफसर, सोहिल और रिजाक का नाम शामिल है।

उधमसिंह नगर के डीएम को बदमाशों पर कार्रवाई करने के लिए लेटर भेजा गया है। यह गैंग बहुत ही शातिर है। ये मोबाइल भी यूज नहीं करते हैं। इनको पकडऩा आसान नहीं था। इससे पहले भी ये गोरखपुर आ चुके हैं। इस बार सटीक मुखबिरी होने पर ये पकड़े गए। पब्लिक को रास्ते में मिलने वाले अजनबी इंसान से दूर ही रहना चाहिए।

- कृष्ण कुमार बिश्नोई, एसपी सिटी