- अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि के शिलान्यास कार्यक्रम को लेकर सतर्कता

- सोशल मीडिया पर किसी धर्म, संप्रदाय के खिलाफ टिप्पणी पड़ेगी भारी

GORAKHPUR: लखनऊ में आपत्तिजनक, भड़काउ पोस्टर का प्रचार करने के आरोप में हजरतगंज पुलिस ने शुक्रवार को बड़हलगंज के सर्जन, एक राजनीतिक पार्टी के अध्यक्ष डॉ। अयूब को अरेस्ट किया था। इसके बाद से जिले में भड़काउ भाषण, पोस्ट या कमेंट करने वालों की निगरानी बढ़ा दी गई है। नेपाल बॉर्डर से सटे गोरखपुर में अफगानी फिदायीन आतंकियों सहित अन्य आतंकी संगठनों को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। त्योहारों और अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के शिलान्यास कार्यक्रम को देखते हुए जिले में हाई अलर्ट रहेगा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पुलिस के सोशल वालंटियर्स हर तरह की गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। गड़बड़ी फैलाने वालों से पुलिस सख्ती से पेश आएगी।

15 अगस्त तक अलर्ट के निर्देश

अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण का शिलान्यास कार्यक्रम पांच अगस्त को प्रस्तावित है। प्रोग्राम में प्रधानमंत्री के शामिल होने को लेकर तैयारी चल रही है। इन सभी गतिविधियों के बीच केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने गोरखपुर जोन के इंडो नेपाल बॉर्डर पर कड़ी नजर रखने की हिदायत दी है। साथ ही यह कहा है कि अयोध्या में पांच अगस्त को भूमि पूजन से लेकर 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर्व तक आईएसआई के इशारे पर अफगान ट्रेंड फिदायीन आतंकी हमले कर सकते हैं। त्योहारों सहित अन्य कार्यक्रमों को देखते हुए डीजीपी मुख्यालय ने गोरखपुर, अयोध्या, फैजाबाद, आगरा, लखनऊ समेत कई शहरों को अलर्ट किया है। पूर्व में गोरखनाथ मंदिर को बम से उड़ाने की धमकियां भी मिल चुकी हैं। जबकि आतंकियों के लिए गोरखपुर ट्रांजिट प्वॉइंट है। यहां पर आतंकी संगठनों से जुड़े कई आतंकी पकड़े जा चुके हैं।

ये कदम उठा रही पुलिस

सभी थानों में किसी भी तरह की गतिविधि से निपटने के लिए रिहर्सल किया जा रहा है।

गोरखपुर में पुलिस के साथ-साथ पीएसी की अतिरिक्त कंपनियां भी तैनात की गई हैं।

नेपाल बॉर्डर की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधिकारी मोबाइल रहकर मीटिंग कर रहे हैं।

रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, मॉल और भीड़भाड़ वाले एरिया में गश्त और चेकिंग के निर्देश हैं।

गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा के लिए बनी घातक टीम को भी हाई अलर्ट मोड में रखा गया है।

सोशल मीडिया की निगरानी, सख्ती से कार्रवाई के निर्देश

अयोध्या में मंदिर निर्माण संबंधी प्रक्रिया शुरू होने पर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की बातें हो रही हैं। तमाम लोग अपने-अपने विचार पोस्ट कर रहे हैं। ऐसे में मौके का फायदा उठाते हुए असामाजिक तत्व भड़काउ पोस्ट, अनर्गल टिप्पणी सहित किसी अन्य तरह की पोस्ट डालकर माहौल खराब कर सकते हैं। इसको देखते हुए पुलिस की टीमों ने सोशल मीडिया की निगरानी बढ़ा दी है। जिले के हर थाना में डिजिटल वालंटियर्स की मदद से सभी तरह के पोस्ट पर नजर रखी जा रही है। खासकर राजनीतिक व्यक्तियों, धार्मिक कट्टरता के बयान देने वाले और अन्य की निगरानी चल रही है। पुलिस का मानना है कि यह एक संवेदनशील मुद्दा है। कोई भी व्यक्ति इसका गलत फायदा उठा सकता है।

इन बातों का रखें ध्यान, नहीं होंगे परेशान

किसी प्रकार के धार्मिक, सामाजिक, भड़काऊ, राजनीति संदेश या फोटो न भेजें।

ऐसे पोस्ट को शेयर करने, फॉरवर्ड करने से बचें। किसी तरह का कोई कमेंट भी न करें।

किसी तरह की अश्लील वीडियो, फोटो, तस्वीरों को पोस्ट न करें।

व्यक्ति विशेष, व्यक्तिगत, जाति, धर्म, संप्रदाय और भौगोलिक क्षेत्र विशेष के संबंध में कोई आपत्तिजनक पोस्ट न करें।

क्या है कार्रवाई, क्यों जाना पड़ेगा जेल

साइबर क्राइम के जुर्म के आरोप में मुकदमा दर्ज करके पुलिस कार्रवाई करेगी।

जांच करने वाली टीम आरोपी का आईपी एड्रेस ट्रेस करके उसके घर का पता लगाएगी।

बिना किसी वारंट के पुलिस आरोपी को अरेस्ट करके जेल भेज देगी।

यह एक गैर जमानतीय जुर्म है। पकड़े जाने पर सात साल की सजा का नियम है।

ग्रुप में कोई गलत पोस्ट करने पर संबंधित के साथ-साथ एडमिन पर भी कार्रवाई होगी।

हाल के दिनों में हुई कार्रवाई

27 जुलाई 2020: गगहा एरिया में सोशल मीडिया पर हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर वायरल करने, आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में एक व्यक्ति को पुलिस ने अरेस्ट किया।

9 जून 2020: सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में दो युवकों को पुलिस ने पकड़ा।

11 मई 2020: आतंकी के समर्थन में पोस्ट करने वाले आरोपित को बांसगांव एरिया से पुलिस ने अरेस्ट करके जेल भेजा।

30 अप्रैल 2020: सदर सांसद रवि किशन शुक्ला के खिलाफ अभद्र टिप्पणी के मामले में मुकदमा, आरोपित शाहपुर थाना में अरेस्ट।

वर्जन

त्योहारों को देखते हुए गोरखपुर जिले को हाई अलर्ट पर रखा गया है। हम किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। सोशल मीडिया पर किसी तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी, फोटो या वीडियो वायरल करने के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। ऐसे में सभी लोग पूरी सावधानी से सोशल मीडिया हैंडल करें। किसी के बहकावे में आकर कोई आपत्तिजनक बात न करें। अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स की सुरक्षा को लेकर भी सजग रहें।

- डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी